बिलासपुर: धान खरीदी मुद्दे पर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने ETV भारत से खास बातचीत की. अमित जोगी ने खरीदी में देरी को राज्य सरकार की सुनियोजित रणनीति बताते हुए कहा कि 'यह सब बिचौलियों को फायदा पहुंचाने के लिए किया गया है'.
अमित ने कहा कि, 'धान खरीदी में देरी को लेकर राज्य सरकार जो तर्क दे रही है. उसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है. प्रदेश में मौसम के दुष्प्रभाव का कारण जैसा तर्क सही नहीं है. धान पूरी तरह से पक चुकी है और किसानों को धान के उचित मूल्य की दरकार है.'
- अमित जोगी ने कहा कि, 'पैसे की कमी की बातें भी सही नहीं है, जो सरकार बीते 1 साल में 32 हजार करोड़ की शराब बेच सकती है. वो सरकार किसानों के धान को क्यों नहीं खरीद सकती?'
- उन्होंने कहा कि, '2500 रुपये प्रति क्विंटल का वादा केंद्र का नहीं था, बल्कि यह राज्य सरकार के घोषणा पत्र में किया गया वादा था.'
- अमित ने धान खरीद में देरी को लेकर कहा कि 'इससे प्रदेश के किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों के पास अब पुरानी पद्धति से कोठार में धान संग्रहन का विकल्प भी नहीं है और प्रदेश में कुल भंडारण की व्यवस्था भी उत्पादन क्षमता से बहुत कम है'.
- अमित जोगी ने बताया कि 'प्रदेश में औसतन धान का उत्पादन 80 लाख मिट्रिक टन है और भंडारण की क्षमता महज 12 लाख मैट्रिक टन के लगभग है. किसान देरी के कारण ना तो दो फसली व्यवस्था के लिए खुद को तैयार कर पा रहे हैं और ना ही वो आर्थिक रूप से मजबूत हो पा रहे हैं'.
- अमित ने ETV भारत से कहा कि 'उनकी पार्टी आगामी विधानसभा सत्र में तय समय और कीमत पर धान खरीदी ना करने की स्थिति में जोरदार विरोध दर्ज करेगी'.