बिलासपुर: देश कई राज्यों में बर्ड फ्लू का कहर जारी है. पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान, केरल और हिमाचल प्रदेश में बर्ड फ्लू कहर बरपा रहा है. छत्तीसगढ़ में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है. राहत की बात यह है कि प्रदेश में एक भी बर्ड फ्लू के मामले डिटेक्ट नहीं हुए हैं. पशु विभाग सतर्क नजर आ रहा है.
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प्रवासी पक्षियों को लेकर निगरानी बढ़ाई गई
बिलासपुर के तमाम उन जगहों में निगरानी बढ़ा दी गई है. जहां अन्य मुल्क से पक्षियों का माइग्रेशन होता है. बेलमुंडी क्षेत्र, घोंघा जलाशय, एनटीपीसी क्षेत्र, मोहभाटा, चांपी जलाशय जैसे क्षेत्रों में बाहर से पक्षियां आती हैं. पक्षियों को लेकर निगरानी बढ़ा दी गई है. स्थानीय लोगों को अलर्ट कर दिया गया है.
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अबतक बर्ड फ्लू से राहत
अबतक कुल 150 रैंडम सैंपल टेस्टिंग में एक भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है. बिलासपुर के सिम्स अस्पताल क्षेत्र और जीपीएम के मरवाही क्षेत्र में दो संदिग्ध पक्षियां मिली हैं. बिलासपुर पशु विभाग टेस्ट के लिए सैंपल भोपाल भेजा है. रिपोर्ट आना अभी बांकी है. कोनी क्षेत्र में स्थित कुक्कुट केंद्र, मुर्गियों और बत्तखों का सैंपल लिया गया है. पशु विभाग के मुताबिक रिपार्ट सोमवार को आ जाएगी.
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नेशनल हाई-वे 43 पर भी मिली थी मरी मुर्गियां
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में शनिवार को 50 मुर्गियां मरी हुई मिली थी. पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश से मुर्गियों का आयात होता था. मनेन्द्रगढ़ नेशनल हाई-वे 43 पर बकरा मुरी के पास लगभग 50 की संख्या में मृत मुर्गे-मुर्गियों को फेंक दिया गया था. प्रशासन को जानकारी मिलते ही हरकत में आ गया था. सैंपल कलेक्ट कर रायपुर भेजा गया है.
कोरबा में भी 36 कबूतरों की हुई थी मौत
कोरबा में भी 36 कबूतरों की मौत हो गई थी. हालांकि पशु चिकित्सा विभाग ने पक्षियों के बर्ड फ्लू से मौत होने की पुष्टि नहीं की है. विभाग के अनुसार मृत पाए गए पक्षियों में विटामिन सी की कमी होने के कारण मौत हुई है. विभाग ने पक्षी पालक और पोल्ट्री फॉर्म के संचालकों से सावधानी बरतने की अपील की है. पक्षियों के नाक और आंख में पानी आने जैसे लक्षण दिखते ही सूचना देने की अपील की है.