बिलासपुर : बुखार से पीड़ित किशोर की पेंड्रा स्थित निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों ने निजी नर्सिग होम के डॉक्टरों पर इलाज में लापरवाही बरतने आरोप लगाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
मामला पेंड्रा स्थित निजी नर्सिंग होम का है, जहां धोबहर गांव के रहने वाले 14 वर्षीय पियूष गुप्ता को सर्दी, खासी और बुखार आने पर उसकी मां और जीजा ने निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए भर्ती कराया.
इलाज के दौरान मौत
डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि बच्चे के 'मस्तिष्क में बुखार और लीवर में समस्या है' इसके बाद डॉक्टरों ने बच्चे का इलाज करना शुरू किया. लगातार चार ग्लूकोज आईवी बॉटल भी चढ़ाई गई लेकिन, पियूष की तबीयत में सुधार नहीं हुआ और इलाज के दौरान ही उसकी की मौत हो गई.
'डॉक्टरों की लापरवाही से पीयूष की जान गई'
परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 'हॉस्पिटल प्रबंधन ने आनन-फानन में बच्चे के इलाज से संबंधित रिपोर्ट गायब कर दी है. अस्पताल में भर्ती के दौरान पीयूष की हालत इतनी खराब नहीं थी कि उसकी मौत हो जाए. डॉक्टरों की लापरवाही से पीयूष की जान गई है'
पढें : डॉक्टर प्रकाश सुल्तानिया के गायब होने का मामला, जोगी ने जताई चिंता
पीयूष अपने घर में तीन बहनों के बाद अकेला भाई था. स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ ने निजी नर्सिंग होम में छात्र की मौत की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी है और परिजनों की शिकायत पर कार्रवाई की बात कही है.