बीजापुर : जिले में पिछले 1 सप्ताह से लगातार बारिश के चलते सभी नदी नाले उफान पर हैं. जिले के तरलागुडा, बारेगुडा समेत कई गांव टापू बन गए हैं. वहीं जिला बीजापुर में ग्राम गुमरा में चेरकंटी नाला बुमरा घाट में नगर सेना बाढ़ बचाव दल ने गर्भवती महिला और मलेरिया पीड़ित लड़के का रेस्क्यू (Young men came as angels for pregnant women in bijapur) किया.
देवदूत बनकर आए जवान : इस इलाके में जवानों ने गर्भवती महिला को नदी पार करवाकर अस्पताल (rescue of pregnant woman in bijapur) पहुंचाया. नदी में नगर सेना के जवानों ने हौसला दिखाते हुए तेज बहाव के बीच मोटर बोट के सहारे एक गर्भवती महिला को नदी पार कराकर अस्पताल पहुंचाया.
कहां का है मामला : जिले के कैका ग्राम पंचायत के घूमरा गांव (Rescue of Ghumra village woman of Kaika Gram Panchayat) में नदी पार कराने के बाद एम्बुलेंस से गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नगर सेना के जवानों की मदद (Bijapur city army personnel did the rescue) के कारण ही गर्भवती महिला लक्ष्मी भोगाम समय रहते अस्पताल पहुंच पाई. महिला का इलाज चल रहा है. वहीं क्षेत्रीय विधायक और जिला पंचायत के अधिकारी इलाके में बाढ़ प्रभावितों से मिलकर सुविधाएं जुटा रहे हैं.
विधायक ने किया दौरा : बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी (Bijapur MLA Vikram Mandavi) ने जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ जिले के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र नेलसनार, मिरतूर, धनोरा और पदेड़ा का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया. विक्रम मंडावी ने कहा कि “लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से जिले के अंदरूनी गांवों से सम्पर्क टूटा है. पिछले दो दिनों से प्रशासन और क्षेत्र के जनप्रतिनिधि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का जायजा ले रहे हैं. प्रशासन की टीम पूरी मुस्तैदी से खड़ी है. बाढ़ में फंसे लोगों के लिए भोजन और रूकने की व्यवस्था की जा रही है.”
प्रशासन ने संभाली कमान : जिला पंचायत बीजापुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रवि कुमार ने कहा कि ''प्रशासनिक अमला बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में मुस्तैद है. सभी बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में कर्मचारियों की तैनाती की गई है.'' आपको बता दें कि तोयनार, गंगालूर और मिरतूर क्षेत्र के दर्जनों गांंवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय बीजापुर से टूट गया है.