बिलासपुर: मरवाही ब्लॉक के आस-पास मौजूद करीब बारह गांव इन दिनों भीषण जल संकट से जूझ रहे हैं. आलम यह है कि यहां मौजूद ज्यादातर हैंडपंप और कुएं सूख चुके हैं, जो हैंडपंप चल भी रहे हैं उनसे रुक-रुककर पानी आ रहा है और इसी वजह से लोग पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं.
मीलों करना पड़ता है सफर
करह्निया, कटरा, तेन्दुमुड़ा और कटरा उसाड़ भी इन्हीं हालातों से जूझ रहे हैं. ग्रामीणों को दो से तीन किलोमीटर चलना पड़ता है तब कहीं जाकर पानी का जुगाड़ होता है. इसके बाद पानी के भरे बर्तनों को सिर या साइकिल पर रखकर घंटों चलना पड़ता है तब कहीं जाकर पानी का बंदोबस्त हो पाता है.
गांव के युवकों की नहीं हो रही शादी
आलम यह है कि जल संकट की वजह से इस गांव में लोग अपनी बेटी देने से कतराते हैं, जिसकी वजह से गांव के ज्यादातर युवक अभी तक कुंवारे हैं. आलम ये है कि बच्चों की शादी करने के लिए लोगों को गांव से पलायन तक करना पड़ रहा है.
गहरा हो सकता है जल संकट
आने वाले दिनों में पानी की समस्या कितनी बड़ी होने वाली है. इस बात का अंदाजा मरवाही ब्लॉक में जल की बूंद-बूंद के लिए जूझते लोगों को देखकर लगाया जा सकता है. अगर जल्द ही पानी की बर्बादी पर लगाम नहीं लगाई गई तो आने वाले समय में ये संकट कितनी बड़ी त्रासदी बनकर उभरेगा इसका अंजादा भी नहीं लगाया जा सकता.