बीजापुर: भैरमगढ़ ब्लॉक की करीब 20 पंचायतों के ग्रामीणों ने अपनी 11 सूत्रीय मांग को लेकर SDM को ज्ञापन सौंपा है. ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर रैली निकालने की तैयारी भी की थी, लेकिन कोविड-19 की वजह से लगी धारा 144 को देखते हुए रैली नहीं निकाली गई.
बेरोजगार संघ, किसान मोर्चा संघ और भैरमगढ़ ब्लॉक की सभी पंचायतों के सरपंच प्रतिनिधि के माध्यम से ग्रामीणों ने अपनी 11 प्रमुख मांगे एसडीएम के सामने रखीं.
ग्रामीणों की मांग
- पेट्रोल-डीजल के दामों में हो रही लगातार बढ़ोतरी को कम करना
- शासकीय भर्ती में आदिवासी युवाओं को प्राथमिकता
- निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल भेजा गया है, उन्हें जल्द से जल्द से रिहा करने की मांग
- टीसीए, एनपीआर, एनसीआर कानून को रद्द करने की मांग
- मितूर गांव में धान खरीदी केंद्र बनाने की मांग
- ब्लॉक के सभी अस्पतालों में एक्स-रे समेत सभी सुविधा उपलब्ध कराने की मांग.
- ऑनलाइन शिक्षा नीति को ऑफलाइन करने की मांग
- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों को काम
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उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
संघ के लोगों ने कहा कि पहले हमने बड़े स्तर में रैली निकालने का मन बनाया था, लेकिन कोविड-19 और धारा 144 को देखते हुए हम लोगों ने शांतिपूर्ण तरीके से एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. ग्रमीणों ने कहा कि अगर उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
बता दें कि 8 जुलाई को गंगालूर इलाके के 8 पंचायतों के ग्रामीणों ने कलेक्टर ऑफिस का घेराव किया था जिसे देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे.