बीजापुर: लोन वर्राटू अभियान के तहत सुरक्षाबलों को लगातार सफलताएं मिल रही हैं. बीजापुर में नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर और शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 8 लाख के इनामी समेत दो नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सलियों के नाम डोडी वेल्ला उर्फ सुरेश और सुंदरी मोडियम हैं. ASP पंकज शुक्ला और डीएसपी आशीष कुंजाम ने इसकी पुष्टि की है.
सरेंडर नक्सली डोडी वेल्ला CRC कंपनी नंबर 3 के प्लाटून नंबर 1 का सेक्शन कमांडर है. डोडी कई बड़ी वारदातों में शामिल रह चुका है. वहीं महिला नक्सली सुंदरी मोडियम केंद्रीय कमेटी के CCM भूपति उर्फ सोनू के दलम में पार्टी सदस्य थी. सुंदरी ने बताया कि नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर उन्होंने आत्मसमर्पण किया है. आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की पुनर्वास नीति के तहत 10-10 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि दी गई है.
साल 2005 से था सक्रिय
- डोडी वेल्ला साल 2005 में नक्सली संगठन से जुड़ा था.
- बासागुड़ा के एरिया कमेटी में पीएलजीए के सदस्य के रूप में हुआ था भर्ती.
- 1 महीने के बाद साल 2005 में कंपनी नंबर 3 का सदस्य बनाया गया.
- साल 2007 में CRC कंपनी में पार्टी सदस्य बनाया गया.
- साल 2008 में कंपनी नंबर 3 के प्लाटून नंबर 1 का सेक्शन डिप्टी कमांडर बनाया गया.
इन घटनाओं में रहा शामिल
- साल 2008 में ओडिशा के नयागढ़ पुलिस लाइन और पुलिस प्रशिक्षण शाला से हथियार लूटने की वारदात में था शामिल.
- साल 2009 में ओडिशा के दामनजोड़ी पत्थर खदान में तैनात सुरक्षाबलों से हथियार की लूट.
- साल 2009 में पुलिस पार्टी पर फायरिंग करने की वारदात में था शामिल.
दंतेवाड़ा: 2 इनामी समेत 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर
सुंदरी मोडियम साल 2012 से थी सक्रिय
- दिसंबर 2012 में संगठन में पीएलजीए सदस्य के पद पर भर्ती हुई.
- जुलाई 2013 में केंद्रीय कमेटी महाराष्ट्र-गढ़चिरौली के सीसीएम भूपति उर्फ सोनू के पार्टी में बनी सदस्य.
- पार्टी सदस्य के रूप में माड़ और गढ़चिरौली एरिया में कर थी काम.
'लोन वर्राटू' अभियान से मिल रही सफलता
बस्तर में स्थानीय कैडर के नक्सलियों को सही रास्ते पर लाने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस लगातार कोशिश कर रही है. इसके तहत दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के लिए एक अनोखी पहल की शुरुआत की गई है, जिसका नाम लोन वर्राटू दिया गया है, जिसका अर्थ है घर वापस लौटें. इस अभियान के तहत अब धीरे-धीरे पूरे दंतेवाड़ा जिले से स्थानीय कैडर के नक्सली पुलिस से संपर्क कर समाज की मुख्य धारा में वापस लौट रहे हैं.
दंतेवाड़ा: एक इनामी समेत 3 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
सरकारी पुनर्वास नीति के मुख्य बिंदु-
- सरेंडर नक्सलियों को तत्काल 10 हजार की सहायता राशि.
- रैंक के हिसाब से नक्सलियों को पैसा दिया जाता है.
- नक्सलियों को सरकारी नौकरी (रैंक के हिसाब से)
- जिन नक्सलियों को नौकरी नहीं दी जाती, उन्हें लाइवलीहुड कॉलेज में ट्रेनिंग कराई जाती है, ताकि वे आगे कुछ काम कर सकें.
- सरकारी आवास में रहने की व्यवस्था.
- इलाज की व्यवस्था.
नक्सलियों ने किरंदुल थाने में सरेंडर किया
हाल ही में बीजापुर में नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर 5 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण किया था. आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुनर्वास नीति के तहत दस-दस हजार रुपए का प्रोत्साहन राशि दी गई थी.
दंतेवाड़ा: मानवाधिकार दिवस पर 3 इनामी समेत 10 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
भीमा मंडावी हत्याकांड में शामिल नक्सलियों ने किया था सरेंडर
दंतेवाड़ा में 4 फरवारी को दो इनामी सहित पांच नक्सलियों ने एसपी अभिषेक पल्लव के सामने आत्मसमर्पण किया था. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चलाई जा रही लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था.