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बीजापुर में मौजूद है ब्रिटिश काल का कुआं, विधायक ने संरक्षण के आदेश दिए

विधायक विक्रम शाह मंडावी ने भोपालपटनम CEO को अंग्रेजों के जमाने के कुएं के संरक्षण के निर्देश दिए हैं. कुआ आज भी अपने मूल स्वरूप में है.

well of British period
ब्रिटिश काल का कुआं
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Published : Jun 15, 2020, 4:00 AM IST

Updated : Jun 15, 2020, 6:15 AM IST

बीजापुर: जंगलों के बीच बने एक अंग्रेजों के जमाने के कुएं की चर्चा क्षेत्र में है. विधायक विक्रम शाह मंडावी ने भोपालपटनम CEO को तत्काल इस कुएं को एक आकर्षक रूप देने और साथ-साथ 1 सेड भी बनाने के निर्देश दिए हैं. दरअसल कुआं अंग्रेजों के जमाने के स्वरूप में ही है. लेकिन प्रशासन का इस ओर कभी ध्यान नहीं गया. विधायक के हस्तक्षेप के बाद से लोगों के बीच भी इसकी चर्चा है.

कुआं के दिवार को ईट की जुड़ाई कर पक्का किया गया था. यह काम अंग्रेजों के वक्त के वन विभाग के अफसरों के मार्गदर्शन से कराया गया था. इस कुएं को ऐसे तैयार किया गया है कि पर्यावरण और वाटर लेवल का संतुलन हमेशा बना रहे. इसलिए कुआं एक निश्चित दूरी पर बनाया गया है. बताया जाता है कि यह अंग्रेज शिकारियों और पैदल राहगीरों को राहत देने के लिए बनाया गया था.

ब्रिटिश काल का कुआं

पढ़ें: SPECIAL: कोरोना काल में भिखारियों का दर्द, भीख नहीं मिलने से जिंदगी काटना मुश्किल

बता दें बीजापुर और भोपालपटनम के बीच कोंगुपल्ली के राष्ट्रीय राजमार्ग से थोड़ी ही दूरी पर घने जंगलों के पास ही ये कुआं अपने अंग्रेज जमाने के स्वरूप में मौजूद है. इतने साल गुजर जाने के बावजूद इसमें पानी भी है. साथ ही इसका स्वरूप भी बना हुआ है. जिला पंचायत सदस्य वसंत राव ताटी के इसे देखा था. संज्ञान में लेते हुए प्रशासनिक अधिकारी और क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी को भ्रमण के दौरान इस जगह ले गए और इस पर ध्यान आकर्षित कराया है. उनकी मांग थी कि इसे धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए.

बीजापुर: जंगलों के बीच बने एक अंग्रेजों के जमाने के कुएं की चर्चा क्षेत्र में है. विधायक विक्रम शाह मंडावी ने भोपालपटनम CEO को तत्काल इस कुएं को एक आकर्षक रूप देने और साथ-साथ 1 सेड भी बनाने के निर्देश दिए हैं. दरअसल कुआं अंग्रेजों के जमाने के स्वरूप में ही है. लेकिन प्रशासन का इस ओर कभी ध्यान नहीं गया. विधायक के हस्तक्षेप के बाद से लोगों के बीच भी इसकी चर्चा है.

कुआं के दिवार को ईट की जुड़ाई कर पक्का किया गया था. यह काम अंग्रेजों के वक्त के वन विभाग के अफसरों के मार्गदर्शन से कराया गया था. इस कुएं को ऐसे तैयार किया गया है कि पर्यावरण और वाटर लेवल का संतुलन हमेशा बना रहे. इसलिए कुआं एक निश्चित दूरी पर बनाया गया है. बताया जाता है कि यह अंग्रेज शिकारियों और पैदल राहगीरों को राहत देने के लिए बनाया गया था.

ब्रिटिश काल का कुआं

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बता दें बीजापुर और भोपालपटनम के बीच कोंगुपल्ली के राष्ट्रीय राजमार्ग से थोड़ी ही दूरी पर घने जंगलों के पास ही ये कुआं अपने अंग्रेज जमाने के स्वरूप में मौजूद है. इतने साल गुजर जाने के बावजूद इसमें पानी भी है. साथ ही इसका स्वरूप भी बना हुआ है. जिला पंचायत सदस्य वसंत राव ताटी के इसे देखा था. संज्ञान में लेते हुए प्रशासनिक अधिकारी और क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी को भ्रमण के दौरान इस जगह ले गए और इस पर ध्यान आकर्षित कराया है. उनकी मांग थी कि इसे धरोहर के रूप में संरक्षित किया जाए.

Last Updated : Jun 15, 2020, 6:15 AM IST
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