बीजापुर: एक बार फिर एक नक्सली ने अपने संगठन की खोखली विचारधारा से नाता तोड़कर समाज की मुख्यधारा में प्रवेश कर लिया है. पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी अंतर्गत और भैरमगढ़ एरिया कमेटी अंतर्गत उतला मिलिशिया कमांडर सुखराम ओयाम ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है. पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सलवाद उन्मूलन अभियान के तहत कई नक्सलियों अबतक आत्मसमर्पण कर चुके हैं.
मिलिशिया कमांडर और सक्रिय नक्सली सदस्य सुखराम ओयाम ने छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है. सुखराम एक लाख रुपए का इनामी नक्सली है. जिसने भैरमगढ़ के उप महानिरीक्षक केरिपु कोमल सिंह, एसपी कमलोचन कश्यप के सामने सरेंडर किया.
नक्सली संगठन के इन पदों पर पदस्थ था सुखराम
- साल 2005 में बाल सघंम के रूप में भर्ती हुआ.
- साल 2011 में मिलिशिया सदस्य के पद पर पदोन्नत हुआ.
- साल 2018 में ग्राम उतला में मिलिशिया कमांडर के पद पर पदोन्नत किया गया.
- संगठन में 12 बोर बंदुक और देशी कट्टा रखता था
इन घटनाओं में था शामिल
- साल 2016 में ग्राम गुमलनार के सरपंच की हत्या में शामिल था.
- साल 2016 में पातरपारा एवं पुसनार के मध्य पुलिस पार्टी पर हमला की घटना में शामिल. जिसमें एक पुलिस कर्मी शहीद हुआ और 1 इंसास रायफल लूट कर ले गए थे.
- साल 2016 में भैरमगढ-कोष्टापारा राहत शिविर में हमले में शामिल.
आत्मसमर्पित माओवादी सुखराम को प्रोत्साहन स्वरूप 10 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई.