बीजापुर: कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए किए लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचने के लिए परेशान हैं. ऐसे में जिला प्रशासन उनकी मदद कर रहा है. इसी कड़ी में जिले से 2 हजार 112 प्रवासियों को बसों से रवाना किया गया है. लाॅकडाउन की विषम परिस्थितियों को देखते हुए दूसरे राज्यों और प्रदेश के दूसरे जिलों के फंसे हुए श्रमिकों को लाने का प्रयास लगातार किया जा रहा है.
दूसरे राज्यों से लौट रहे प्रदेश के लोगों के लिए जिले में 10 क्वारंटाइन सेंटर बनाए गए हैं. जिले में अन्य राज्यों से लौटे लोगों को यहां रखा जा रहा है. यहां अन्य राज्यों के प्रवासियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है. फिलहाल इन सेंटरों में 2211 मजदूरों को क्वारंटाइन कर राहत पहुंचाई जा रही है. जिला प्रशासन ने मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था की है.
लगातार लोगों के आने का सिलसिला जारी
बीजापुर में लगातार बाहर से लोगों के आने का सिलसिला जारी है. कोरोना वायरस महामारी के चलते बहुत से श्रमिक अन्य राज्यों और जिलों में फंसे हुए हैं. उनके लाने की व्यवस्था भी की जा रही है. इसके लिए सेंटरों में व्यवस्था की जा रही है.
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विधायक और कलेक्टर का दौरा
बीजापुर जिले में स्थानीय विधायक विक्रम शाह मंडावी और कलेक्टर केडी कुंजाम समय-समय पर क्वारंटाइन सेंटरों का दौरा कर रहे हैं. इसके साथ ही ठहरे हुए लोगों के हालातों का जायजा ले रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले के बाहर से आने वाले सभी श्रमिकों और अन्य लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है.
इन राज्यों के मजदूर रवाना
बीजापुर से करीब 2 हजार 112 श्रमिकों को बसों के जरिए उनके गृहराज्य भेजा गया है. जिसमें ज्यादातर झारखंड, ओडिशा और बिहार के मजदूर हैं. इसके साथ ही प्रदेश के कई जिले के मजदूरों को भी घर जाने के लिए रवाना किया गया है.