बीजापुर : बीजेपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री महेश गागड़ा ने भाजपा प्रतिनिधि मंडल और कार्यकर्ताओं के साथ आदर्श गौठान मोदकपाल का निरीक्षण किया.सभी ने गौठान का हाल देखा. वहां ना गाय मिली, ना गोबर बेचा जा रहा था. गौठान में गाय के रखरखाव के लिए कोई व्यवस्था नहीं मिली. ऐसा लग रहा था कि यहां कभी गाय रही ही नहीं. इस दौरान महेश गागड़ा ने कहा कि ''कांग्रेस की सरकार जब से सत्ता में आयी है. तब से बड़े बड़े घोटाले में लिप्त हैं. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गौठान को महत्वकांक्षी योजना बताते हुए बड़े-बड़े विज्ञापन और प्रचार प्रसार में लाखों करोड़ों रुपए खर्चा करते हैं. लेकिन धरातल पर कुछ भी नजर नहीं दिखाई देता.''
महेश गागड़ा ने लगाए गंभीर आरोप : गागड़ा के मुताबिक सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ को कलंकित किया है. सबसे शर्मनाक घोटाला इस सरकार ने गौमाता के नाम पर किया है. कथित नरवा, गरवा, घुरवा, बारी के नाम पर इसने वोट हासिल किया. इस मद में भी अभी तक सामने आए तथ्यों के अनुसार गौठान के नाम पर कई मदों से करोड़ों रुपए की राशि का दुरुपयोग कर इसमें भारी घोटाला किया गया है. आदर्श गौठान के नाम पर कैसा गोरखधंधा किया गया है. जब नेशनल हाईवे से लगे गौठान का ये हाल है. तो गांव देहातों के गौठान और उस के नाम पर मची लूट की कल्पना कर लीजिए.
गौठान में क्या थी कमी : बीजेपी का आरोप है कि गौठान के नाम पर चल रहे गोरखधंधे में कांग्रेस सरकार ने सबसे अधिक पंचायतों और सरपंचों के हक पर ही डाका डाला है. पंचायतों के विकास के लिए आई राशि को सरपंचों से छीन कर सीधे उसे अनेक बहानों के साथ बंदरबांट किया गया है. गौठन के नाम पर एक तालाब के लाखों रुपए लीपापोती कर निकाले गए. जबकि तालाब की वस्तुस्थिति जमीनी स्तर पर अलग है. योगेश्वरी स्व सहायता समूह के अध्यक्ष सुष्मिता दुब्बा ने बताया कि ''गौठान को देखने ना अधिकरी आते है ना ही सरपंच सचिव और किसी प्रकार की सूचना देते हैं. समूह की सचिव ने बताया कि गौठान में गाय नहीं है. हम बाहर से गोबर लाते हैं. उसे खाद बनाते हैं. लेकिन साल बार में 30 हजार रुपए मिलता है.''
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गौठान में भारी अनियमितता : गौठान में बकरियों के रखरखाव के लिए सेड बनाया गया है. लेकिन निरीक्षण पर भौतिक रूप से ये मिला कि बकरियों के आश्रय के लिए निर्मित शेड भ्रष्टाचार के भेंट चढ़ गया.बकरियों के लिए बने शेड में छत ही नहीं है.जिसके बाद बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने काफी ऐतराज जताया.