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बीजापुर: बाढ़ में फंसे 5 बीमार लोगों को SDRF की टीम ने किया रेस्क्यू, पहुंचाया अस्पताल

बीजापुर जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के कोमटल्ली गांव में बाढ़ में फंसे 5 मरीजों को SDRF की टीम ने रेस्क्यू किया है. टीम ने सभी को बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल भेजा है, जहां उनका इलाज जारी है. रेस्क्यू किए गए मरीजों में एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला भी शामिल है.

flood rescue team rescued 5 sick people in bijapur
5 बीमार लोगों को SDRF की टीम ने किया रेस्क्यू
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Published : Aug 22, 2020, 1:13 PM IST

बीजापुर: जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है. कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. वहीं कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. इसी बीच बाढ़ आपदा बचाव के लिए तैनात SDRF की टीम ने भोपालपटनम ब्लॉक के अंतर्गत बाढ़ में फंसे कोमटल्ली गांव के 5 मरीजों को रेस्क्यू कर बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल भेजा है, जहां उनका इलाज जारी है. रेस्क्यू किए गए मरीजों में एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला भी शामिल है.

बता दें, बीजापुर जिले में मूसलाधार बारिश की वजह से कई गांव टापू बन गए हैं. टापू बनने वाले कई गांवों में से कोमटपल्ली भी है. इसी गांव में भोपालपटनम SDOP अभिषेक सिंह के नेतृत्व में SDRF की टीम ने पहुंचकर 5 मरीजों को रेस्क्यू किया है. इसके साथ ही उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जिनमें एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला, दो बुजुर्ग पुरुष और दो छोटी बच्चियां शामिल है.

पढ़ें: ग्राउंड रिपोर्ट: बीजापुर में लगातार बारिश से नदी उफान पर, कई गांव से टूटा संपर्क

बाढ़ के हालातों को देखते हुए प्रशासन ने संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ बचाव दल को तैनात कर दिया है. दल फिलहाल अलग-अलग इलाकों में सक्रिय है. नगर सेना के जिला सेनानी संजय गुप्ता ने बताया कि SDRF और नगर सेना की 4 बचाव दल को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है, जो लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से रेस्क्यू कर रहे हैं. बाढ़ बचाव दलों ने ग्रामीणों को नदी-नाले और पुल-पुलिया में बाढ़ का पानी होने की स्थिति में पार नहीं करने की हिदायत दी है. वहीं ग्रामीणों को सजग रहने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है.

पढ़ें: बीजापुर: लगातार हो रही बारिश से टापू बने कई गांव, सड़क मार्ग हुआ बंद

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपा रखा है. कई जिलों में बीते सात से आठ दिन से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जिसके कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बीजापुर में भी लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है. कहीं मकान क्षतिग्रस्त हो रहा है, तो कहीं आवागमन बंद हो चुका है. बीजापुर के करीब 50 गांव से ज्यादा अंदरूनी गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं.

खतरे के निशान से उपर बह रही नदी

बारिश की वजह से नदी, नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. बढ़ते जलस्तर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हालात को नियंत्रित करने में दो से चार दिन का समय लग सकता है. छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी भारी से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है.

बीजापुर में 134.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज

जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले में 20 अगस्त 2020 तक कुल 134.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है. 20 अगस्त को बीजापुर तहसील में 122.2 मिलीमीटर, भैरमगढ़ तहसील में 228.0 मिलीमीटर, भोपालपटनम तहसील में 76.4 मिलीमीटर और उसूर तहसील में 112.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. वहीं बीते 10 सालों के आधार पर 1 जून से आज तक की जिले में 1862.4 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है.

बीजापुर: जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर है. कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं. वहीं कई गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. इसी बीच बाढ़ आपदा बचाव के लिए तैनात SDRF की टीम ने भोपालपटनम ब्लॉक के अंतर्गत बाढ़ में फंसे कोमटल्ली गांव के 5 मरीजों को रेस्क्यू कर बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल भेजा है, जहां उनका इलाज जारी है. रेस्क्यू किए गए मरीजों में एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला भी शामिल है.

बता दें, बीजापुर जिले में मूसलाधार बारिश की वजह से कई गांव टापू बन गए हैं. टापू बनने वाले कई गांवों में से कोमटपल्ली भी है. इसी गांव में भोपालपटनम SDOP अभिषेक सिंह के नेतृत्व में SDRF की टीम ने पहुंचकर 5 मरीजों को रेस्क्यू किया है. इसके साथ ही उन्हें बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जिनमें एक लकवाग्रस्त बुजुर्ग महिला, दो बुजुर्ग पुरुष और दो छोटी बच्चियां शामिल है.

पढ़ें: ग्राउंड रिपोर्ट: बीजापुर में लगातार बारिश से नदी उफान पर, कई गांव से टूटा संपर्क

बाढ़ के हालातों को देखते हुए प्रशासन ने संभावित बाढ़ प्रभावित इलाकों में बाढ़ बचाव दल को तैनात कर दिया है. दल फिलहाल अलग-अलग इलाकों में सक्रिय है. नगर सेना के जिला सेनानी संजय गुप्ता ने बताया कि SDRF और नगर सेना की 4 बचाव दल को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है, जो लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से रेस्क्यू कर रहे हैं. बाढ़ बचाव दलों ने ग्रामीणों को नदी-नाले और पुल-पुलिया में बाढ़ का पानी होने की स्थिति में पार नहीं करने की हिदायत दी है. वहीं ग्रामीणों को सजग रहने के लिए निरंतर जागरूक किया जा रहा है. इसके अलावा बाढ़ की स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है.

पढ़ें: बीजापुर: लगातार हो रही बारिश से टापू बने कई गांव, सड़क मार्ग हुआ बंद

छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बारिश ने कहर बरपा रखा है. कई जिलों में बीते सात से आठ दिन से रूक-रूक कर बारिश हो रही है, जिसके कारण जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बीजापुर में भी लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है, जिसके कारण नदी खतरे के निशान से उपर बह रही है. कहीं मकान क्षतिग्रस्त हो रहा है, तो कहीं आवागमन बंद हो चुका है. बीजापुर के करीब 50 गांव से ज्यादा अंदरूनी गांव जिला मुख्यालय से कट गए हैं.

खतरे के निशान से उपर बह रही नदी

बारिश की वजह से नदी, नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. बढ़ते जलस्तर से अंदाजा लगाया जा रहा है कि हालात को नियंत्रित करने में दो से चार दिन का समय लग सकता है. छत्तीसगढ़ में मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी भारी से मध्यम बारिश की संभावना जताई है. मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है.

बीजापुर में 134.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज

जानकारी के मुताबिक बीजापुर जिले में 20 अगस्त 2020 तक कुल 134.7 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है. 20 अगस्त को बीजापुर तहसील में 122.2 मिलीमीटर, भैरमगढ़ तहसील में 228.0 मिलीमीटर, भोपालपटनम तहसील में 76.4 मिलीमीटर और उसूर तहसील में 112.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. वहीं बीते 10 सालों के आधार पर 1 जून से आज तक की जिले में 1862.4 मिलीमीटर औसत बारिश दर्ज की गई है.

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