बीजापुर: भैरमगढ़ बुधवार को छावनी में बदल गया है. बाजार स्थल से लेकर चौक चौराहों पर सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल भी तैनात थे. दण्डकारण्य संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा आयोजित इस रैली में अलग अलग समाज के पदाधिकारी भी शामिल हुए. आदिवासियों ने सरकार पर वादाखिलाफी, आदिवासियों के अधिकारों के दमन का आरोप लगाया है.
जन घोषणा पत्र में किए गए वादे करने की मांग: 2018 के चुनावी जन घोषणा पत्र में किए गए वादे और जनविरोधी नीति के विरोध में रैली का आयोजन किया गया. मांग पत्र में कहा गया कि कांग्रेस पार्टी के चुनावी जन घोषणा पत्र की बदौलत छत्तीसगढ़ में बहुमत के साथ सरकार बनी. 4 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन चुनावी वादे पूरे नहीं किये जाने से प्रदेश का सभी वर्ग ठगा महसूस कर रहा है. जिसके कारण सरकार की वादाखिलाफी और विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर चक्का जाम, जन आक्रोश रैली और विधायक निवास घेराव किया जा रहा है.
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17 मांग को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन: राज्य सरकार से बस्तर सर्व समाज संयुक्त संघ समिति के माध्यम से मांग पूरी करने की बात कही गई है. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की 6 सूत्रीय मांगों को पूरा करने, अंशकालीन स्कूल साफ सफाई कर्मचारियों को पूर्णकालीन करने, कलेक्टर दर पर भुगतान देने की मांग की गई है. जेल में बंद निर्दोष ग्रामीणों को बिना शर्त के रिहा कराने, बस्तर में आदिवासियों को नक्सली बताकर नरसंहार हो रहा है. ऐसी घटनाओं में शामिल कर्मचारी और अधिकारियों पर कार्रवाई करने, एड़समेटा, सारकेगुड़ा, चेरली, तड़बाला, घटनाओं में मारे गये परिवार को न्याय दिलाने समेत 17 सूत्रीय मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया गया है.