बीजापुर: जिले में शनिवार रात भीषण सड़क हादसे में एक दंपति की मौत हो गई. दंपति के मौत के विरोध में आदिवासी परधान समाज ने जिला अस्पताल का घेराव पर आरोपी पर कार्रवाई की मांग की. आक्रोशित समाज ने सिविल सर्जन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. जिला अस्पताल के सामने नारेबाजी और प्रदर्शन का सिलसिला देर रात तक चलता रहा.
जानिए पूरा मामला: दुगोली के रहने वाले दंपति किसी निजी काम से बीजापुर आए थे. बीजापुर से शनिवार को शाम करीब 6 से 7 बजे वापस दुगोली लौट रहे थे. इस बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर पेट्रोल पंप के सामने एक कार ने दंपति के स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर में दंपति को गंभीर चोटें आई. उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई.
आदिवासी परधान समाज ने किया अस्पताल का घेराव: दंपति की मौत की सूचना के बाद आदिवासी परधान समाज ने जिला अस्पताल का घेराव कर दिया. समाज ने सिविल सर्जन और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही आरोपियों पर जल्द कार्रवाई की मांग पर देर रात सभी अड़े रहे.
तहसीलदार ने दी समझाइश: जिला अस्पताल में घेराव की सूचना के बाद तहसीलदार, डीएसपी हेड क्वॉटर और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे. सभी ने समाज के लोगों को समझाने की कोशिश की. हालांकि समाज के लोग अड़े रहे.
विरोध की वजह: आदिवासी परधान समाज के लोगों का कहना है कि घटना के 3 घंटा बीतने के बाद भी शिकायत दर्ज न करके घटना को दबाने का प्रयास किया जा रहा है. समाज का कहना है कि आरोपी कार चालक जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का बेटा है. घटना के बाद से ही वो फरार है. समाज का आरोप है कि मामले में उसे बचान का प्रयास किया जा रहा है.
कौन थे मृत दंपति: बता दें कि घटना में मृत दंपति में पति गणपत सकनी हाई स्कूल में सहायक ग्रेड 3 में कार्यरत था. जबकि उनकी पत्नी कान्ता सकनी दुगोली की उपसरपंच थी. दोनों की मौत से आदिवासी परधान समाज आक्रोशित है.