बीजापुर: जिले लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं. इसके मद्देनजर कलेक्टर रजत कुमार अग्रवाल ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि नदी-नाला और पुल के ऊपर पानी होने पर किसी भी स्थिति में पार न करें. साथ ही नदी-नाले के किनारे स्थित रहने वाले लोगोंं से घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेने की अपील की है.
कलेक्टर ने मवेशियों को भी संभावित बाढ़ वाले स्थानों से हटाकर सुरक्षित स्थानों में ले जाने का आग्रह किया है. बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर बचाव और राहत के लिए बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 07853 220291 जारी करते हुए उनसे संपर्क करने के लिए कहा है.
राहत और बचाव कार्य के निर्देश
इसके अलावा कलेक्टर ने बाढ़ की स्थिति को ध्यान में रखते हुए बाढ़ से बचाव और राहत के लिए तैनात मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों को सजग रहने और बाढ़ की स्थिति निर्मित होने पर तत्काल बचाव और राहत कार्य करने के आदेश दिए हैं.
जिले के कई नदी-नाले उफान पर
जिला स्तरीय बाढ़ आपदा नियंत्रण कक्ष के नोडल अधिकारी डिप्टी कलेक्टर भूआर्य ने बताया कि जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण मोदनकवाल नदी सहित पोजर नाला, चेरपा धनोरा नाला, मिरतुर नदी, पातर पारा भैरमगढ़, तुमला अंबेली नाला, चिंतावगु ताल पेरू सहित अन्य नदी-नालों में बाढ़ का पानी पुल से ऊपर बह रहा है.
हवाई सर्वेक्षण करने वाले थे मंत्री
बता दें, पिछले कई दिनों से बस्तर संभाग में बारिश हो रही है. कई जिलों के नदी-नाले उफान पर हैं. बीजापुर और सुकमा जिले के कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं. इस संबंध में बीते मंगलवार को बस्तर कमिश्नर अमृत कुमार खलको ने जिलास्तरीय बैठक ली थी. प्रभावितों को मदद पहुंचाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे. मंगलवार को ही मंत्री कवासी लखमा और जय सिंह अग्रवाल प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण कर जायजा लेने वाले थे. हालांकि की उन्हें खराब मौसम की वजह से वापस रायपुर लौटना पड़ा था.