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दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि

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Published : Apr 8, 2021, 5:46 PM IST

दंतेवाड़ा में छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने बीजापुर नक्सली हमले में शहीद जवानों को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि दी है. शिक्षकों ने तर्रेम से लापता जवान राकेश्वर सिंह को रिहा करने की अपील भी की है.

chhattisgarh teachers association
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने शहीद स्मारक चौक दंतेवाड़ा में बीजापुर नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित किया. इस हमले में 22 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे. जिनकी याद में शिक्षकों ने कैंडल जलाकर शोकसभा कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

जिलाध्यक्ष उदयप्रकाश शुक्ला ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बस्तर जैसे शांत स्थान पर ऐसी घटना का होना निंदनीय है. एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष खोमेन्द्र देवांगन ने कहा कि वीर जवानों के परिवार वालों को ईश्वर ये दुख सहने की शक्ति प्रदान करे. शहीद जवानों को स्वर्ग में स्थान मिले और घायल जवान जल्द से स्वस्थ हों.

'वो मेरे पति बाद में हैं, पहले आपके जवान हैं, सरकार उन्हें वापस लाए'

अगवा जवान के सकुशल वापसी की अपील

संगठन के पदाधिकारियों के साथ जिले के शिक्षकों ने लापता जवान की सकुशल वापसी की अपील की है. सरकार से आग्रह किया कि इस मामले को लेकर जल्द से जल्द सरकार अच्छी पहल करते हुए जवान को छुड़वाए. पूरा देश इस वक्त सीआरपीएफ जवान की रिहाई की मांग कर रहा है.

3 अप्रैल में हुए नक्सली हमले में कुल 22 जवान शहीद हो गए हैं. 31 जवान घायल हैं, जिनका इलाज छत्तीसगढ़ के अलग-अलग अस्पतालों में जारी है. शहीद हुए जवानों में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवान शामिल हैं. इसी मुठभेड़ के बाद से एक जवान लापता है. नक्सलियों ने जवान को अपने कब्जे में होने का दावा करते हुए सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए कहा था.

नक्सली आज तर्रेम से लापता जवान राकेश्वर सिंह को रिहा कर सकते हैं. 3 अप्रैल को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद से जवान लापता है. जिसे नक्सली अपने कब्जे में होने का दावा कर रहे हैं. इसी के आधार पर सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने कहा है कि वे आज जवान राकेश्वर सिंह को छोड़ सकते हैं.

दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने शहीद स्मारक चौक दंतेवाड़ा में बीजापुर नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित किया. इस हमले में 22 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे. जिनकी याद में शिक्षकों ने कैंडल जलाकर शोकसभा कर श्रद्धांजलि अर्पित की.

जिलाध्यक्ष उदयप्रकाश शुक्ला ने वीर जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि बस्तर जैसे शांत स्थान पर ऐसी घटना का होना निंदनीय है. एसोसिएशन के ब्लॉक अध्यक्ष खोमेन्द्र देवांगन ने कहा कि वीर जवानों के परिवार वालों को ईश्वर ये दुख सहने की शक्ति प्रदान करे. शहीद जवानों को स्वर्ग में स्थान मिले और घायल जवान जल्द से स्वस्थ हों.

'वो मेरे पति बाद में हैं, पहले आपके जवान हैं, सरकार उन्हें वापस लाए'

अगवा जवान के सकुशल वापसी की अपील

संगठन के पदाधिकारियों के साथ जिले के शिक्षकों ने लापता जवान की सकुशल वापसी की अपील की है. सरकार से आग्रह किया कि इस मामले को लेकर जल्द से जल्द सरकार अच्छी पहल करते हुए जवान को छुड़वाए. पूरा देश इस वक्त सीआरपीएफ जवान की रिहाई की मांग कर रहा है.

3 अप्रैल में हुए नक्सली हमले में कुल 22 जवान शहीद हो गए हैं. 31 जवान घायल हैं, जिनका इलाज छत्तीसगढ़ के अलग-अलग अस्पतालों में जारी है. शहीद हुए जवानों में डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा बटालियन के जवान शामिल हैं. इसी मुठभेड़ के बाद से एक जवान लापता है. नक्सलियों ने जवान को अपने कब्जे में होने का दावा करते हुए सरकार के बीच मध्यस्थता के लिए कहा था.

नक्सली आज तर्रेम से लापता जवान राकेश्वर सिंह को रिहा कर सकते हैं. 3 अप्रैल को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के बाद से जवान लापता है. जिसे नक्सली अपने कब्जे में होने का दावा कर रहे हैं. इसी के आधार पर सूत्रों के मुताबिक नक्सलियों ने कहा है कि वे आज जवान राकेश्वर सिंह को छोड़ सकते हैं.

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