बीजापुर: भूमिपूजन कार्यक्रम शासकीय हाईस्कूल नेलसनार में आयोजित हुआ. मंत्री लखमा का स्कूली बच्चों एवं ग्रामीणजनों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. करोड़ों की सौगात देने और उत्कृष्ट शिक्षा के लिए स्वामी आत्मानंद स्कूल खोलने से ग्रामीणों और स्कूली बच्चों में उत्साह का माहौल देखने को मिली.
पढ़ाई जीवन का सबसे बड़ा धन: मंत्री लखमा ने विद्यार्थियों से आत्मीय भेंट कर मन लगाकर पढ़ाई करने और अपने रूची के क्षेत्र में सफल होने मेहनत और लगन से प्रयास करने के लिए प्रेरित किया. मंत्री ने स्वयं अपने हाथों से बच्चों को मिठाई बाटी और उनके खुशी में शामिल हुए. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि "पढ़ाई जीवन का सबसे बड़ा धन शिक्षा के महत्व को समझते हुए प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने दूरस्थ क्षेत्रों के गरीब आदिवासी, ग्रामीण बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने की मंशानुरूप जिले में स्वामी आत्मानंद स्कूल खुले हैं. जहां गरीब आदिवासी के बच्चें आज अंग्रेजी बोल, पढ़ पा रहे हैं, मंत्री ने कहा कि बीजापुर जिले में शिक्षा को सर्वश्रेष्ठ प्राथमिकता दी जा रही है."
मंत्री लखमा ने कही ये बात: मंत्री लखमा ने कहा कि "वर्षों से बंद पड़े स्कूलों को खोला गया है आज वहां के नौनिहाल शिक्षा के मुख्य धारा से जुड़ गये हैं. छत्तीसगढ़ सरकार शिक्षा के महत्व को समझते हुऐ 1 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है. जिससे स्कूल अब सुंदर-सुसज्जित और सर्वसुविधायुक्त होगा. बच्चों को सकारात्मक मानसिक ऊर्जा प्राप्त होगी."
मरम्मत योग्य स्कूलों को ठाक कराने के दिए निर्देश: मंत्री लखमा ने आगे कहा कि "कोई भी स्कूल अब जर्जर नहीं रहेगा. कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मरम्मत योग्य स्कूलों की आगामी शिक्षा सत्र से पहले मरम्मत कराए और जर्जर स्कूलों को डिसमेंटल कर पुनः नया भवन बनाने का कार्य करें. बच्चों को प्रेम और स्नेह देते हुए मन लगाकर और पूरी ईमानदारी के साथ पढ़ाई करने, कलेक्टर, एसपी, डाक्टर, बिजनेस मेन जैसे पदों पर पहुंचने के लिए प्रेरित किया."