बीजापुर: छत्तीसगढ़ में बीते कई दिनों से तेज बारिश हो रही है. प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इसमें से बीजापुर और सुकमा के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हैं. इसी को लेकर बीजापुर में बैठक आयोजित की गई. बैठक में सभी विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए.
इस दौरान बाढ़ पीड़ितों को बेहतर सुविधाएं और मुआवजे की सहमति बनी है. बारिश से निर्मित बाढ़ आपदा की स्थिति के कारण बाढ़ से प्रभावित लोगों को सहायता दी जाए. बस्तर संभाग के कमिश्नर अमृत कुमार खलखो ने जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने के बाद कलेक्टोरेट में बाढ़ आपदा प्रबंधन स्थिति की समीक्षा की.
सरकारी भवनों को मरम्मत कराने के निर्देश
अमृत कुमार खलखो ने बैठक के दौरान जिले में बाढ़ से हुई क्षति का आंकलन कर प्रभावितों को सहायता देने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जनहानि, पालतू मवेशियों की हानि, फसल और मकान क्षति के लिए सहायता दी जाएगी. साथ ही क्षतिग्रस्त सरकारी संपत्तियों में सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, आश्रम-छात्रावास भवनों, आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र भवनों आदि का मरम्मत कराने की योजना बनी.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बांटे जाएंगे राहत सामग्री
इसके अलावा विद्युत लाईनों के सुधार सुनिश्चित किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए. कमिश्नर बस्तर खलखो ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल की व्यवस्था और पेयजल स्त्रोतों की क्लोरीनेशन के निर्देश दिए हैं. साथ ही कमिश्नर बस्तर खलखो ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर लगाकर खाद्य सामग्री, पेयजल, कपड़े-कम्बल, विद्युत व्यवस्था और केरोसीन देने के निर्देश दिए हैं.
कोविड -19 के मद्देनजर अधिकारियों को कई दिशा निर्देश
इस दौरान कमिश्नर खलको ने खेती-किसानी स्थिति की जानकारी ली. साथ ही खरीफ फसल में दलहन-तिलहन रकबा, गिरदावरी, कृषक पंजीयन, गोधन न्याय योजना, वनाधिकार मान्यता पत्र देने की बात कही है. साथ ही बस्तर संभाग में कोरोना वायरस के मद्देनजर निर्देश दिए हैं.
आला-अधिकारी रहे उपस्थित
बैठक में कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल, सीईओ पोषण लाल चन्द्राकर सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और जिले में पदस्थ एसडीएम, तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत और नगरीय निकायों के सीएमओ मौजूद रहे.