बीजापुर: जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माणाधीन सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है. 3 करोड़ 96 लाख की लागत से निर्माणाधीन इस सड़क पर विभाग ने संबंधित ठेकेदार को डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया है.
बीजापुर के भोपालपटनम ब्लॉक में नेशनल हाईवे 202 पर बसे देपलागांव से अटूकपल्ली गांव तक प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत 9 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण करवाया जा रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि इस सड़क के निर्माण में तय मानकों और मापदण्डों को ठेंगा दिखाते हुए निर्माण कार्य करवाया जा रहा है.
नहीं चलाया गया रोड रोलर
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान कभी भी रोड रोलर नहीं चलाया गया. जिसकी वजह से बारिश के दिनों में सड़क के बह जाने की संभावना बनी हुई है. वहीं कई जगह पर मिट्टी के साथ पेड़ की जड़ भी बिछाई गई है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क निर्माण के नाम पर बड़े-बड़े पत्थर बिछा दिए गए हैं. रामपेटा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य शुरू होने से उन्हें काफी खुशी हुई थी. लेकिन अब गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य देखकर विभाग से नाराज हैं.
पुल की जगह डाल रहे पाइप
इलाके में पक्के पुल-पुलियों का निर्माण किया जाना था. लेकिन ह्यूम पाइप डालकर खानापूर्ति कर दी गई है. बारिश के दिनों में नदी नालों के तेज बहाव में सड़क के साथ ही ह्यूम पाइप के भी बहने की संभावना है. जानकारी के मुताबिक निर्माण कार्य के लिए विभाग ने रायगढ़ की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को डेढ़ करोड का भुगतान भी कर दिया है.
जांच की करेंगे मांग: भाजपा जिलाध्यक्ष
भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने कहा है कि जल्द ही एक जांच समिति बनाकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ सड़क की जांच करने पहुंचेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण भ्रष्टाचार तो हुआ है.
निर्माणाधीन है कार्य: एसके साहू
निर्माण कार्य में अपना और कर्मचारियों का बचाव करते हुए पीएमजीएसवाय के एग्जीक्यूटीव इंजीनियर एस.के. साहू ने बताया कि 'सड़क का काम अभी निर्माणाधीन है. किसी भी तरह की कोई कमी है तो उसे दुरुस्त कर लिया जाएगा'. साथ ही इंजिनियर ने कहा कि 'जब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो जाता तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता.'