बीजापुर: जिले के कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल बाढ़ प्रभावित इलाकों की लगातार निगरानी कर रहे हैं. इस संबंध में प्रशासनिक अमले से लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कराया जा रहा है. यहां पर प्रभावित लोगों को प्रशासन की तरफ से हर संभव मदद पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. जिससे किसी भी प्रभावित परिवार इस विकट घड़ी में मुसीबतों का सामना न कर सके.
पीड़ित परिवार को आवश्यक मदद और क्षतिपूर्ति का मुआवजा राशि समय-सीमा में मिल सके. इस दिशा में जिला प्रशासन ने गंभीरतापूर्वक लोगों को आवश्यक मदद प्रदान करने के लिए फसल, क्षतिग्रस्त मकानों और अन्य संसाधनों का मूल्यांकन कर रही है.
पहुंचाई जा रही है दवाई और जरूरत की चीजें
इसी क्रम में रविवार को प्रशासनिक अमला और एसडीआरएफ टीम समन्वय स्थापित कर अतिसंवेदनशील क्षेत्र के ग्राम कोटेर पहुंचा. दल को कुछ दूर बोट के माध्यम से और दुर्गम मार्ग पर काफी दूर पैदल चलकर जाना पड़ा. इस दौरान प्रशासनिक अमले ने राशन, साग-सब्जी सहित आवश्यक दवाइयां और दैनिक जरूरत की सामग्री ग्रामीणों को बांटे.
नुकसान का किया गया मूल्यांकन
प्रशासनिक अमले ने ग्राम कोटेर में फसल, मकान क्षति सहित अन्य क्षतिग्रस्त संसाधनों का मूल्यांकन भी किया, जिससे प्रभावितों को उसका मुआवजा मिल सकेगा. टीम के साथ अनुविभागीय अधिकारी हेमेन्द्र भूआर्य, नगर सेना कमांडेंट संजय गुप्ता, राजस्व निरीक्षक, पटवारी और बचाव दल के अन्य कर्मचारी और पंचायत पदाधिकारी मौजूद थे.
अतिसंवेदनशील इलाकों में पहुंच रहा प्रशासन
बता दें, भारी बारिश की वजह से बीजापुर जिले के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जिले के कई नदी-नाले उफान पर है. इन सब के बीच अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है.