बीजापुर: बस्तर रेंज मे चलाए जा रहे नक्सली उन्मूलन अभियान के जरिए बासागुड़ा और जगरगुण्डा एरिया कमेटी के 3 नक्सलियों ने मुख्य धारा से जुड़ने का फैसला किया है. 3 नक्सलियों ने पुलिस के सामने समर्पण कर हथियार छोड़ दिए हैं. आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का कहना है कि नक्सली केवल ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं. उनकी नीतियों के कारण ग्रामीणों को परेशानी हो रही है.
तीनों ही सक्रिय नक्सली हैं. आलम बामों कोरसागुड़ा निवासी है. वह एक्शन टीम डिप्टी कमाण्डर पद में रह चुका है. दूसरा नक्सली मोडि़यम सुंदर है जो की ग्राम रक्षा दल और सप्लाई टीम का सदस्य रहा है. वहीं तीसरा मड़कम मोटू मिलिशिया सेक्शन कमांडर के रूप में काम कर चुका है. नक्सलियों ने उप महानिरीक्षक कोमल सिंह, पुलिस अधीक्षक कमलोचन कश्यप, कमांडेंट 168 बटालियन विकास पाण्डे, उप पुलिस अधीक्षक आशीष कुंजाम के समक्ष आत्मसमर्पण किया.
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नक्सलियों के खिलाफ दर्ज हैं मामले
पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली मोटू मड़कम के खिलाफ 1 स्थाई वारंट लंबित है. नक्सलियों ने राहत शिविर में हमला कर 4 सलवा जुड़ुम कार्यकर्ताओं को बासागुड़ा पुल के पास मौत घाट उतारा था.
- जिला दंतेवाड़ा में सारकेगुड़ा मार्ग में पुलिस वाहन को निशाना बनाकर आईईडी विस्फोट किया गया था. घटना में 2 जवान शहीद हो गये थे. इसमें नक्सलियों की भूमिका थी.
- साप्ताहिक बाजार बासागुड़ा में हमला कर 1 एके 47 और 1 इंसास, मेनपेक सेट लूटने की घटना में नक्सली शामिल थे.
पत्रकार साई रेड्डी की हत्या में भी नक्सली शामिल थे. पुलिस को इनकी तलाश थी. नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. शासन की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत् 10 हजार रूपये नगद प्रोत्साहन राशि दी गई है.