बेमेतरा: जिला अस्पताल के बगल की धर्मशाला में मार्च 2017 से महिला और बाल विकास विभाग द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर का संचालन किया जा रहा है. यहां महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरण आ रहे है, जिनका सखियों द्वारा निराकरण किया जाता रहा है.
सखी सेंटर में बीते दो साल में महिला उत्पीड़न के 626 प्रकरण सामने आए, जिनमें 506 प्रकरण का निवारण किया गया. 120 प्रकरण प्रक्रिया में हैं. वहीं 210 महिलाओं को सेंटर में मुसीबत के समय आश्रय दिया गया.
24 घंटे सुविधा उपलब्ध
सखी सेंटर प्रभारी राखी यादव ने बताता कि यहां एक ही छत के नीचे महिलाओं के लिए सारी सुविधाएं 7 दिन और 24 घंटे उपलब्ध हैं. यहां कुल 11 कर्मचारी कार्यरत हैं. महिलाओं से संबंधित घरेलू हिंसा, विवाद, मानसिक प्रताड़ना, बलात्कार, छेड़छाड़, धोखाधड़ी और अलगाव के केस आते हैं और मुसीबत में महिलाओं को आश्रय भी दिया जाता है.
181 टोल फ्री नंबर
राखी ने बताया कि महिलाओं के लिए टोल फ्री नंबर 181 रखा गया है. इस पर फोन लगाकर महिलाएं अपनी बात रख सकती हैं. इसके बाद सेंटर के सदस्य पीड़िता के घर स्वयं जाकर समस्या सुनते हैं और समाधान भी करते हैं. सेंटर में पहुंची महिलाओं को परामर्श, चिकित्सा, पुलिस, विविध सेवा और आश्रय दिया जाता है.
दो साल बाद भी नहीं बन पाया भवन
अलग-अलग जिलों में खुद के भवन में सखी सेंटर संचालित हो रहे हैं. नगर में 8 मार्च 2017 से आश्रम में संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर को भवन की दरकार है.