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SPECIAL: देती हैं संबल, ये सखियां संवारती हैं बिखरी जिंदगियां

सखी सेंटर में बीते दो साल में महिला उत्पीड़न के 626 प्रकरण सामने आए जिनमें 506 प्रकरण का निवारण किया गया. 120 प्रकरण प्रक्रिया में हैं. वहीं 210 महिलाओं को सेंटर में मुसीबत के समय आश्रय दिया गया.

सखी वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारी
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Published : Apr 16, 2019, 1:11 PM IST

Updated : Apr 16, 2019, 2:30 PM IST

बेमेतरा: जिला अस्पताल के बगल की धर्मशाला में मार्च 2017 से महिला और बाल विकास विभाग द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर का संचालन किया जा रहा है. यहां महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरण आ रहे है, जिनका सखियों द्वारा निराकरण किया जाता रहा है.

वीडियो

सखी सेंटर में बीते दो साल में महिला उत्पीड़न के 626 प्रकरण सामने आए, जिनमें 506 प्रकरण का निवारण किया गया. 120 प्रकरण प्रक्रिया में हैं. वहीं 210 महिलाओं को सेंटर में मुसीबत के समय आश्रय दिया गया.

24 घंटे सुविधा उपलब्ध
सखी सेंटर प्रभारी राखी यादव ने बताता कि यहां एक ही छत के नीचे महिलाओं के लिए सारी सुविधाएं 7 दिन और 24 घंटे उपलब्ध हैं. यहां कुल 11 कर्मचारी कार्यरत हैं. महिलाओं से संबंधित घरेलू हिंसा, विवाद, मानसिक प्रताड़ना, बलात्कार, छेड़छाड़, धोखाधड़ी और अलगाव के केस आते हैं और मुसीबत में महिलाओं को आश्रय भी दिया जाता है.

181 टोल फ्री नंबर
राखी ने बताया कि महिलाओं के लिए टोल फ्री नंबर 181 रखा गया है. इस पर फोन लगाकर महिलाएं अपनी बात रख सकती हैं. इसके बाद सेंटर के सदस्य पीड़िता के घर स्वयं जाकर समस्या सुनते हैं और समाधान भी करते हैं. सेंटर में पहुंची महिलाओं को परामर्श, चिकित्सा, पुलिस, विविध सेवा और आश्रय दिया जाता है.

दो साल बाद भी नहीं बन पाया भवन
अलग-अलग जिलों में खुद के भवन में सखी सेंटर संचालित हो रहे हैं. नगर में 8 मार्च 2017 से आश्रम में संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर को भवन की दरकार है.

बेमेतरा: जिला अस्पताल के बगल की धर्मशाला में मार्च 2017 से महिला और बाल विकास विभाग द्वारा सखी वन स्टॉप सेंटर का संचालन किया जा रहा है. यहां महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरण आ रहे है, जिनका सखियों द्वारा निराकरण किया जाता रहा है.

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सखी सेंटर में बीते दो साल में महिला उत्पीड़न के 626 प्रकरण सामने आए, जिनमें 506 प्रकरण का निवारण किया गया. 120 प्रकरण प्रक्रिया में हैं. वहीं 210 महिलाओं को सेंटर में मुसीबत के समय आश्रय दिया गया.

24 घंटे सुविधा उपलब्ध
सखी सेंटर प्रभारी राखी यादव ने बताता कि यहां एक ही छत के नीचे महिलाओं के लिए सारी सुविधाएं 7 दिन और 24 घंटे उपलब्ध हैं. यहां कुल 11 कर्मचारी कार्यरत हैं. महिलाओं से संबंधित घरेलू हिंसा, विवाद, मानसिक प्रताड़ना, बलात्कार, छेड़छाड़, धोखाधड़ी और अलगाव के केस आते हैं और मुसीबत में महिलाओं को आश्रय भी दिया जाता है.

181 टोल फ्री नंबर
राखी ने बताया कि महिलाओं के लिए टोल फ्री नंबर 181 रखा गया है. इस पर फोन लगाकर महिलाएं अपनी बात रख सकती हैं. इसके बाद सेंटर के सदस्य पीड़िता के घर स्वयं जाकर समस्या सुनते हैं और समाधान भी करते हैं. सेंटर में पहुंची महिलाओं को परामर्श, चिकित्सा, पुलिस, विविध सेवा और आश्रय दिया जाता है.

दो साल बाद भी नहीं बन पाया भवन
अलग-अलग जिलों में खुद के भवन में सखी सेंटर संचालित हो रहे हैं. नगर में 8 मार्च 2017 से आश्रम में संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर को भवन की दरकार है.

Intro:सखी वन स्टॉप सेन्टर से महिलाओं को मिल रहा लाभ
घेरलू हिंसा व मानसिक प्रताड़ना के मामले के किये जा रहे निराकरण

बेमेतरा 16 अप्रैल

महिला एवम बाल विकास विभाग द्वारा संचालित महिलाओं की मदत एवम न्याय के लिये सखी वन स्टॉप सेंटर का संचालन मार्च 2017 से जिला अस्पताल के बाजू में धर्मशाला में संचालित हो रहा है।यहाँ महिलाओं उत्पीडन से संबंधित प्रकरण आ रहे है जिसका सखीयो द्वारा निराकरण किया जा रहा है । सखी सेंटर में 2 वर्ष में महिला उत्पीडन 626 प्रकरण आये जिसमे 506 प्रकरण का निवारण किया गया 120 प्रकरण प्रक्रिया ने है वही 210 महिलाओं को सेंटर में मुसीबत के समय सेंटर में आश्रय दिया गया।

(24 घण्टे सुविधा उपलब्ध)
सखी सेंटर प्रभारी राखी यादव ने बताता की यहां एक गई छत के निचे महिलाओं के लिए सारी सुविधाएं 7 दिन 24 घण्टे सुविधा उपलब्ध है टोटल 11 कर्मचारी कार्यरत है महिलाओं से संबंधित घेरलू हिंसा विवाद मानसिक प्रताड़ना ब्लात्कार छेड़छाड़ धोखाधड़ी एवम अलगाव के केस आते गई जिसका निवारण किया जाता है एवम मुसीबत में महिलाओं को आश्रय भी दिया जाता हैं।

(181 टोल फ्री नंबर)
महिलाओं के लिए टोल फ्री नंबर 181 रखा गया है जिस पर फोन लगाकर अपनी बात रखी जा सकती है जिसके बाद सेंटर के सदस्य पीड़िता के घर स्वयं जाकर समस्या सुनते है समाधान भी करते हैं सेंटर में पहुची महिलाओ को परामर्श चिकित्सा पुलिस विविध सेवा एवम आश्रय दिया जाता हैं।

(2 वर्ष बाद भी नही बन पाया भवन)

दिगरो जिलो में खुद के भवन में सखी सेन्टर संचालित हो रही हैं। नगर में 8 मार्च 2017 से आश्रम में संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर को भवन की दरकार है ।

बाइट-राखी यादव (प्रभारी)सखी सेन्टर




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Last Updated : Apr 16, 2019, 2:30 PM IST
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