बेमेतरा: कोरोना संकट के दौर में हर जगह डॉक्टरों की इज्जत हो रही है. हेल्थ डिपार्टमेंट के कर्मचारियों का सम्मान किया जा रहा है, लेकिन नवागढ़ ब्लॉक के मारो नगर पंचायत में तस्वीर इसके ठीक उल्टी है. नगरवासियों ने मारो स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ डॉक्टर प्रतिमा जांगड़े पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए उन्हें पद से हटाने के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
जीवनदीप समिति और आयुष्मान भारत के खर्च की जांच की मांग
मारो के लोगों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, संसदीय सचिव गुरदयाल सिंह बंजारे, कलेक्टर शिव अनंत तायल, CMHO डॉ. सतीश शर्मा और BMO को पत्र लिखा है, इस पत्र में जीवनदीप समिति और आयुष्मान भारत मद की राशि में खर्च किए गए एक-एक बिल की जांच के साथ मारो अस्पताल में पदस्थ RMA को तत्काल प्रभाव से हटाने की मांग की है. साथ ही नए डॉक्टर की पदस्थापना की मांग की है. वहीं मारो अस्पताल में पदस्थ RMA को नहीं हटाए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
'महिलाओं को नहीं मिल रहा अस्पताल का लाभ'
नगर पंचायत उपाध्यक्ष जितेंद्र तिवारी के नेतृत्व में कलेक्टर को दिए गए ज्ञापन में मारोवासियों ने बताया है कि मारो में पदस्थ RMA प्रतिमा जांगड़े की ओर से लगातार लापरवाही की जा रही है. नगरवासियों का कहना है कि प्रतिमा जांगड़े समय पर ओपीडी का संचालन नहीं कर रही हैं, जिससे मारोवासियों को अस्पताल का कोई भी लाभ नहीं मिल पा रहा है. महिला चिकित्सक होने के कारण अंचल की महिलाएं बड़ी संख्या में मारो अस्पताल में इलाज के लिए आती हैं, लेकिन डॉक्टर उपस्थित नहीं होने के कारण वे मायूस लौट जाती हैं. वहीं आस-पास के 30 गांवों के लोग RMA के रवैया से परेशान हैं, जिसे हटाने के लिए मारो के रहवासियों ने ज्ञापन सौंपा है.