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बेमेतरा: धान खरीदी में बाधा बनी बारिश, नहीं हो रहा धान का परिवहन - ज्ञापन

धान खरीदी को लेकर किसानों की चिंता अब और बढ़ने लगी है. अचानक बदले मौसम ने किसानों के साथ-साथ अधिकारियों की भी नींद उड़ा दी है. सेवा सहकारी समिति के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को परिवहन शुरू करने के लिए ज्ञापन सौंपा है.

Shadow crisis on paddy purchase due to bad weather
धान खरीदी में बाधा बनी बारिश
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Published : Dec 27, 2019, 2:48 PM IST

बेमेतरा: जिले में धान खरीदी पर छाए संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं. गुरुवार को बारिश के कारण 91 में से 88 केंद्रों में धान खरीदी बंद रही. जिसके चलते तीन केंद्रों में ही खरीदी हुई. जिले में बारदाना की कमी है, वहीं दो केंद्र में ज्यादा स्टॉक होने से खरीदी बंद है. ऐसे में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धान खरीदी में बाधा बनी बारिश

जिले में 1 दिसंबर से जारी धान खरीदी पर अब संकट नजर आने लगा है. इससे 15 फरवरी तक खरीदी पूरा करने का लक्ष्य मुश्किल नजर आ रहा है. जिले में पंजीकृत किसानों के मुकाबले 28 फीसदी किसानों ने अपना उपज बेचा है. अभी भी जिले का 72 फीसदी धान बिकना बाकी है.

अब तक 13 लाख क्विंटल धान खरीदी
जिले में अब तक 13 लाख 95 हजार 819 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है. जिसमें 85 हजार 452 क्विंटल धान मोटा, 6 लाख 51 हजार 61 क्विंटल धान महामाया, 27 लाख 31 हजार 55 क्विंटल धान पतला, 204 क्विंटल धान एचएमसी, 970 क्विंटल धान आईआर किस्म का है.

प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा ज्ञापन
धान खरीदी को लेकर अब किसानों के साथ-साथ सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों और सेवा सहकारी समिति के प्रबंधकों की भी मुश्किलें बढ़ गई है. सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से जाकर मिला और जल्द परिवहन करने की मांग की. वहीं देरी से शुरू हुई धान खरीदी में अब बारिश बाधा बन रही है. इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है. पूर्व जिला सहकारी अध्यक्ष विकास दीवान ने बताया कि धान खरीदी में सरकार की नाकामी सामने आ रही है.

बेमेतरा: जिले में धान खरीदी पर छाए संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं. गुरुवार को बारिश के कारण 91 में से 88 केंद्रों में धान खरीदी बंद रही. जिसके चलते तीन केंद्रों में ही खरीदी हुई. जिले में बारदाना की कमी है, वहीं दो केंद्र में ज्यादा स्टॉक होने से खरीदी बंद है. ऐसे में किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धान खरीदी में बाधा बनी बारिश

जिले में 1 दिसंबर से जारी धान खरीदी पर अब संकट नजर आने लगा है. इससे 15 फरवरी तक खरीदी पूरा करने का लक्ष्य मुश्किल नजर आ रहा है. जिले में पंजीकृत किसानों के मुकाबले 28 फीसदी किसानों ने अपना उपज बेचा है. अभी भी जिले का 72 फीसदी धान बिकना बाकी है.

अब तक 13 लाख क्विंटल धान खरीदी
जिले में अब तक 13 लाख 95 हजार 819 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है. जिसमें 85 हजार 452 क्विंटल धान मोटा, 6 लाख 51 हजार 61 क्विंटल धान महामाया, 27 लाख 31 हजार 55 क्विंटल धान पतला, 204 क्विंटल धान एचएमसी, 970 क्विंटल धान आईआर किस्म का है.

प्रतिनिधिमंडल ने सौंपा ज्ञापन
धान खरीदी को लेकर अब किसानों के साथ-साथ सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों और सेवा सहकारी समिति के प्रबंधकों की भी मुश्किलें बढ़ गई है. सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से जाकर मिला और जल्द परिवहन करने की मांग की. वहीं देरी से शुरू हुई धान खरीदी में अब बारिश बाधा बन रही है. इससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है. पूर्व जिला सहकारी अध्यक्ष विकास दीवान ने बताया कि धान खरीदी में सरकार की नाकामी सामने आ रही है.

Intro:एंकर-जिले में धान खरीदी पर छाए संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं गुरुवार को बारिश के कारण धान खरीदी 91 में से 88 केंद्रों में बंद रही। जबकि तीन केंद्रों में ही खरीदी हुई। जिले में बारदाना की कमी हैं, वहीं दो केन्द्र में अधिक स्टॉक होने से खरीदी बंद है। ऐसे में किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।Body:(15 फरवरी तक नही हो पाएगी पूरी ख़रीदी)
जिले में 1 दिसंबर से जारी धान खरीदी पर अब तरह-तरह के संकट नजर आने लगा हैं जिससे 15 फरवरी तक ख़रीदी पूर्ण करने का लक्ष्य मुश्किल नजर आ रहा है। जिले में पंजीकृत किसानों की अपेक्षा 28 फीसदी किसानों ने अपना उपज बेचा है, जिसे जिम्मेदार सम्हाल नहीं पा रहे हैं। अभी भी जिले का 72 फीसदी धान बिकना बाकी है। जितना खरीद चुके हैं, उससे दो गुना धान खरीदना और बाकी है। ऐसे में वर्तमान संकट के बरकारार रहने पर जिले में धान खरीदी को सही रास्ते पर आने की संभावना कम होगी।
जिले में अब तक 13 लाख 95 हजार 819 क्विंटल धान खरीदा जा चुका है, जिसमें 85 हजार 452 क्विंटल धान मोटा, 6 लाख 51 हजार 61 क्विंटल धान महामाया, 27लाख 31 हजार 55 क्विंटल धान पतला, 204 क्विंटल धान एचएमसी, 970 क्विंटल धान आईआर 36 किस्म का है।Conclusion:किसान ,समिति अध्यक्ष ,प्रबंधक सब परेशान
धान खरीदी को लेकर अब किसानों के साथ-साथ सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों एवं सेवा सहकारी समिति के प्रबंधकों की भी मुश्किलें बढ़ गयी है सेवा सहकारी समिति के अध्यक्षों का प्रतिनिधिमंडल कलेक्टर से जाकर मिला और जल्द परिवहन करने की मांग की वही देरी से शुरू हुई धान खरीदी में अब बारिश बाधा बन रही है जिससे किसानों की चिंता और बढ़ गई है। वही पूर्व जिला सहकारी अध्य्क्ष विकास दीवान ने बताया की धान खरीदी में सरकार की नाकामी सामने आ रही है।
बाईट-1 प्रकाश वर्मा अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति एवम प्रतिनिधि मंडल(सफेद शर्ट)
बाईट-2 विकास धर दीवान ( पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी समिति बेमेतरा ) (पीला स्वेटर)
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