बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में हुई झमाझम बारिश का असर बेमेतरा जिले में बहने वाले नदी नालों में देखने को मिल रहा है. जिले की शिवनाथ, हाफ और फोक नदियां अपने पूरे शबाब पर बह रही हैं. जिसके कारण रिहायशी इलाकों एवं गांव जलमग्न हो गए हैं. वहीं कई गांव से संपर्क टूट गया है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बेमेतरा जिला प्रशासन ने राजस्व एवं अन्य विभागों को रेस्क्यू कार्य में लगाया है.
नदी किनारे बसे गांवों में घुसा बाढ़ का पानी: शिवनाथ नदी एवं हाफ नदी में विगत 2 दिनों से बाढ़ की स्थिति है . जिसके चलते नदी का जलस्तर बढ़ते ही जा रहा है. हालात यह है कि नदी किनारे बसे गांव में नदी का पानी घुस गया है. जिसके कारण कई घरों को खाली कराया पड़ा है. बीती रात पंडरिया क्षेत्र से आने वाली हाफ नदी में अचानक बाढ़ की स्थिति हो जाने के कारण बरबसपुर, मरका, जेवरा, देवरी, मक्खनपुर, सिघनपुरी गांव में पानी घुस गया है. जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है.
जिले में अब तक 508 मिमी. औसत वर्षा दर्ज: बेमेतरा जिले में 1 जून से 12 अगस्त की स्थिति को देखें तो जिले में 508.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है. बेमेतरा में सर्वाधिक 595.9 मि.मी. वर्षा तथा न्यूनतम 411.2 मि.मी. वर्षा नवागढ़ तहसील में दर्ज की गई है. संयुक्त जिला कार्यालय के भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार थानखम्हरिया तहसील में 569.7 मि.मी. वर्षा, बेरला तहसील में 443.2 मिमी वर्षा तथा साजा तहसील में 522.9 मिमी. औसत वर्षा दर्ज की गई है.
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बाढ़ से निपटने कलेक्टर ने दिए अधिकारियों को निर्देश: बेमेतरा कलेक्टर जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य के निर्देश राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं. जिला मुख्यालय बेमेतरा में राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा एक कण्ट्रोल रुम स्थापित किया गया है. जिसका दूरभाष क्रमांक 07824-222103 है. जिस पर किसी भी समय बाढ़ से संबंधित जानकारी दे सकते हैं. कलेक्टर ने शिवनाथ, डोटू नाला, हाफ नदी के किनारे निचली बस्तियों में रहने वाले लोगों को अलर्ट रहने को कहा है.
अस्थाई कैम्प तैयार करने के दिए निर्देश: राजस्व, स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन एवं जिला सेनानी नगरसेना की रेस्क्यू टीम को अलर्ट मोड में रखते हुए निगरानी करने के निर्देश दिए हैं. बाढ़ संभावित इलाकों की पहचान कर प्रभावितों को स्कूल, आंगनबाड़ी, पंचायत भवन आदि में अस्थायी कैम्प बनाकर उनके ठहरने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा है. जिले के सभी चार एसडीएम बेमेतरा, बेरला, साजा एवं नवागढ़ एवं छः तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार बेमेतरा, बेरला, साजा, नवागढ़, थानखम्हरिया एवं नांदघाट को बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.