बेमेतरा: गुरुवार की रात हुई बेमौसम बारिश के कारण धान खरीदी प्रभावित हो रही है. वहीं धीमे परिवहन की वजह से उपार्जन केंद्रों में खुले में रखे हजारों क्विंटल धान 20 से 30 फीसदी तक भीग गए हैं.
धीमे परिवहन से किसान परेशान
जिले में अब तक 5 लाख 80 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है, जो कुल खरीदी का लगभग 98-99 फीसदी है. वहीं परिवहन की बात करें, तो अब तक केवल 35 फीसदी ही धान परिवहन का कार्य पूरा हो पाया है. अब उपार्जन केंद्रों में डंप पड़े हजारों क्विंटल धान को परिवहन करना बड़ी चुनौती थी. वहीं बारिश की वजह से 20 से 30 फीसदी तक धान भीग चुका है.
केद्रों से धान का उठाव नहीं, मौसम ने खड़ी की परेशानी
इस मामले में जिले के नोडल अधिकारी राजेंद्र वारे ने कहा कि इतनी सी बारिश से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने बताया कि उपार्जन केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में कैप कवर उपलब्ध हैं.
बलौदाबाजार में बारिश से भीगा धान
बलौदाबाजार जिले में बेमौसम बारिश से लाखों का धान बारिश में भीगकर खराब हो गया. कई धान खरीदी केंद्रों में पर्याप्त शेड की व्यवस्था नहीं होने से कई मीट्रिक टन धान भीगकर खराब हो गया है.
90 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा की धान खरीदी
सरकार ने 90 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा ही धान खरीदी की है. भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ सरकार ने 2020-21 में समय से पहले ही 90 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी कर ली है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि धान खरीदी अभी वादे के अनुसार 31 जनवरी तक चलेगी.
42 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव
छत्तीसगढ़ में धान का उठाव 42 लाख मीट्रिक टन हुआ है. 46 लाख 64 हजार मीट्रिक टन धान अभी खरीदी केंद्र में है. 28 लाख मीट्रिक टन धान मिलर्स को दिया गया है, जबकि 13 लाख 68 हजार मीट्रिक टन संग्रहण केंद्र में गया है.