बेमेतरा: जिले में धान खरीदी शुरू होने के 12 दिन बाद भी धान का परिवहन शुरू नहीं किया गया है. परिवहन के अभाव में केंद्रों में धान का भंडारण क्षमता से अधिक होने लगा है.
जिले में बीते 12 दिनों में 7 लाख 69 हजार 670 क्विंटल धान खरीदें जा चुके हैं.
- 47634 क्विंटल मोटा धान.
- 346258 क्विंटल महामाया धान.
- 139634 क्विंटल पतला धान.
- 82 क्विंटल एचएमटी धान.
- 944 क्विंटल आईआर धान.
- 36 और 235116 क्विंटल सरना धान है.
जिले के 91 धान खरीदी केंद्रों में 16 हजार 428 किसानों से 92 करोड़ का धान खरीदा जा चुका है.
खरीदी केंद्रों में ओवर स्टॉक की स्थिति
जिले के 91 केन्द्रों में से 51 केन्द्रों में क्षमता से अधिक भंडारण हो चुका है. ओवर स्टॉक के शिकार हो रहे कई केंद्र ऐसे भी हैं, जहां पर क्षमता से दो गुना-तीन गुना अधिक भंडारण हो चुका है.
परिवहन नहीं होने से बढ़ी परेशानी
जिले में धान खरीदी शुरू हुए 12 दिन हो गए और 12 दिनों में खरीदी केंद्रों में ओवर स्टॉक कि स्थिति है. वहीं अभी तक धान का परिवहन शुरू नहीं हो पाया है, जिससे खरीदी प्रभावित हो रही है. वहीं आने वाले दिनों में हालात यदि ऐसे ही रहे तो धान खरीदी बंद हो जाएगी.
बारदाने की समस्या बढ़ी
अधिकतर सेवा सहकारी समितियों में बारदाने नहीं हैं, जिससे खरीदी प्रभावित हो रही है. खरीदी से पूर्व जिला प्रशासन की ओर से पर्याप्त बारदाने होने की बात कही जा रही थी, जिसकी पोल 12 दिनों की खरीदी ने ही खोल कर रख दी है. जैसे-तैसे पुराने बारदाने से खरीदी चल रही थी, वह भी अब खत्म हो गया है. वहीं नए बारदाने नहीं होने से खरीदी प्रभावित हो रही है.
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बाजार में नहीं बिक रहा धान
प्रदेश सरकार ने प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान लेने की बात कही है. वहीं उत्पादन प्रति एकड़ 22 से 25 क्विंटल का हुआ है, जिसे किसान नहीं बेच पा रहे हैं. प्रशासन के बढ़ते दबाव के कारण कोचियों ने धान लेना बंद कर दिया है. इससे किसान परेशान है और हार्वेस्टिंग का खर्च नहीं दे पा रहे हैं.