बेमेतरा: प्रदेश में भाजपा सरकार बनते ही नगर पालिका और नगर पंचायत में कांग्रेस समर्थित अध्यक्षों की कुर्सी डोलने लगी है. नवागढ़ के नगर पंचायत के अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विश्वास मत पारित हो गया है और अध्यक्ष की कुर्सी चली गई है.
नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास: 15 पार्षद वाले नगर पंचायत नवागढ़ में 14 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पर हिस्सा लिया जिसमें अध्यक्ष के पक्ष में दो मत जबकि अध्यक्ष के खिलाफ 12 मत पड़े हैं. कांग्रेस के बहुमत वाले नगर पंचायत नवागढ़ में अध्यक्ष की कुर्सी जाने का सीधा मतलब है कि पार्षदों ने पार्टी विरोधी काम किया है.
कांग्रेस के बहुमत होते हुए हुई गई अध्यक्ष की कुर्सी: नगर पंचायत नवागढ़ में कुल 15 पार्षद हैं जिसमें से 8 कांग्रेस पार्षद एक निर्दलीय और 6 भाजपा समर्थित पार्षद है. कांग्रेस पार्षदों के क्रॉस वोटिंग के चलते आज अध्यक्ष को अपनी कुर्सी बचाने में असफलता हाथ लगी.
भाजपाइयों में जश्न ,पार्षदों ने की आतिशबाजी: नगर पंचायत अध्यक्ष तिलक घोष की कुर्सी जाने के बाद भाजपा की खेमे में खासा उत्साह देखा जा रहा है, जहां नगर पंचायत नवागढ़ के बाहर आतिशबाजी की है अब यह देखने वाली बात होगी कि कांग्रेसी पार्षदों के द्वारा पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर उनके खिलाफ क्या कार्रवाई होती है. अध्यक्ष पद पर किसके नाम से सहमति बनती है. वही अध्यक्ष की कुर्सी जाने के बाद पार्षदों ने कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल से मुलाकात की है.
पिछले बार अध्यक्ष को संसदीय सचिव का मिला था साथ: नगर पंचायत नवागढ़ के अध्यक्ष तिलक घोष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का दूसरा दौर था. इससे पहले भी उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था जब तत्कालीन विधायक एवं प्रदेश के संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे ने पार्षदों को जैसे तैसे करके मना लिया था और उन्हें गोवा की सैर कराई थी इसके बाद से पार्षद खामोश थे वहीं अब दूसरी बार भाजपा की सरकार बनते ही अध्यक्ष की कुर्सी चली गई है.
12 दिसंबर को बेमेतरा जिले के थानखम्हरिया और नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया. नवागढ़ नगर पंचायत के अध्यक्ष तिलक घोष के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन कलेक्टर पीएस एल्मा को सौंपा था. आज विश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई जिसमें नवागढ़ नगर पंचायत अध्यक्ष तिलक घोष की कुर्सी चली गई. तिलक पूर्व विधायक और संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे के करीबी माने जाते हैं. नवागढ़ नगर पंचायत में कुल 15 पार्षद हैं, जिसमें अध्यक्ष को हटाने 10 और अध्यक्ष को बचाने 6 पार्षदों की जरूरत होती है. लेकिन तिलक घोष के पक्ष में 2 और विपक्ष में 12 वोट पड़े.