बेमेतरा: बेमेतरा जिला के नवागढ़ जनपद पंचायत की अध्यक्ष अंजलि मार्कंडेय के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया है.अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में जहां 15 मत पड़े वहीं अविश्वास के विपक्ष में 9 मत पड़े हैं. जबकि अध्यक्ष अंजली मार्कंडेय को अपनी कुर्सी बचाने के लिए 8 मतों की जरुरत थी. ऐसे में उन्हें एक मत ज्यादा मिला.जिसके कारण वो अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहीं.
क्यों लाना पड़ा अविश्वास प्रस्ताव : आपको बता दें कि नवागढ़ जनपद पंचायत के सदस्य बड़ी संख्या में बेमेतरा कलेक्ट्रेट पहुंचकर अविश्वास हेतु आवेदन किया था. इसे लेकर कलेक्टर ने 9 मई की तिथि मतदान के लिए तय की थी. जहां जनपद पंचायत में SDM और निर्वाचन अधिकारी उमाशंकर बंदे ने निर्वाचन प्रकिया संपन्न कराया. जिसमें सभी 24 सदस्यों ने मतदान किया. जहां अविश्वास के पक्ष में 15 मत पड़े. वहीं अविश्वास के विपक्ष में 9 मत पड़े. 24 सदस्यों के मतदान में कुर्सी बचाने अध्यक्ष को 8 मतों की जरूरत थी. जिसकी वजह से अध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने में सफल रही.
जीत के बाद दौड़ी खुशी लहर : नवागढ़ जनपद पंचायत में जीत के बाद जीत के जश्न का दौर शुरू हुआ और कांग्रेसी नेताओं ने विजयी जुलूस निकाला. जिसमें कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बंशी पटेल पीसीसी सचिव विजय बघेल, जिला पंचायत सदस्य शशिप्रभा गायकवाड़ मौजूद थे.
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एक तिहाई वोट से बची कुर्सी : नवागढ़ SDM उमाशंकर बंदे ने कहा कि ''मतदान की प्रकिया शांति पूर्ण तरीके से संपन्न हुई. सभी 24 सदस्यों ने मतदान किया. जिसमें अविश्वास के पक्ष में 15 मत पड़े और अविश्वास के विपक्ष में 9 मत पड़े. जहां एक तिहाई से अधिक मत मिलने के कारण अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया.''जनपद पंचायत अध्यक्ष अंजली मार्कंडेय ने इसे जनता की जीत बताई है.इसी के साथ आगे क्षेत्र का विकास करने की बात कही है.