बेमेतरा: संविदा कर्मचारी नियमितीकरण की मांग को लेकर आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसमें जिले के 350 स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं. संविदा कर्मचारी ने ज्ञापन सौंप कर इसकी जानकारी कलेक्टर शिव अनंत तायल को दी है, साथ ही धरना स्थल देने की मांग की है.
स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ेगा असर
अनिश्चितकालीन हड़ताल में ब्लॉक से लेकर प्रदेश स्तर तक राष्ट्रीय संविदा मिशन परियोजना, स्वास्थ्यकर्मी, प्रबंधन इकाई, चिकित्सक, सहायक चिकित्सक, दंत चिकित्सक, ग्रामीण चिकित्सक, सहायक स्टाफ नर्स, लैब टेक्नीशियन, एएनएम के काउंसलर, कार्यक्रम प्रबंधक, डाटा एंट्री ऑपरेटर, मैनेजर समेत कई लोग नियमितीकरण की मांग को लेकर शामिल होंगे.
सरकार पर लगाया नजरअंदाज करने का आरोप
जिले में पहले से ही कोरोना के भयावह परिणाम सामने आ रहे हैं. ऐसे में कर्मचारियों की हड़ताल से जहां इलाज में परेशानी होगी, वहीं कोरोना संक्रमण के फैलने का खतरा भी बढ़ेगा. संगठन से जुड़े पदाधिकारी का कहना है कि कोरोना काल में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और राज्य एड्स नियंत्रण कार्यक्रम के संविदा कर्मियों द्वारा लगातार कई महीनों से अनवरत 12 से 15 घंटे तक की सेवाएं दी जा रही हैं. कई कर्मचारी तो खुद ड्यूटी करते हुए पॉजिटिव हो गए हैं, बावजूद इसके शासन-प्रशासन को उनका कोई ख्याल नहीं है. जिस वजह से वे हड़ताल करने को मजबूर हैं.
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पदाधिकारियों का कहना है कि प्रदेश सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में सरकार बनने के 10 दिनों बाद ही संविदा कर्मचारियों के नियमतीकरण की बात कही थी, लेकिन आज एक साल बीत जाने के बाद भी इस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है.
इन विभागों के संविदा कर्मचारी रहेंगे हड़ताल पर
इसके अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर के स्वास्थ्य कार्यक्रम के लोग मौजूद रहेंगे. इसमें मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य टीकाकरण, परिवार नियोजन, एड्स नियंत्रण, गैर संचारी रोग नियंत्रण, तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य पोषण नियंत्रण कार्यक्रम सहित कई महत्वपूर्ण शाखाएं शामिल होंगी.