बेमेतरा: जिला अस्पताल में अस्थि रोग विशेषज्ञ नेत्र रोग विशेषज्ञ चिकित्सक, नाक कान गला विशेषज्ञ निषेचतना विशेषज्ञ, मनोरोग विशेषज्ञ पैथोलॉजिस्ट ,माइक्रोबायोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट ,मेडिसिन विशेषज्ञ एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ की आवश्यकता है. जिनकी भर्ती अब तक नहीं हुई है. जिम्मेदार डॉक्टरों की पदस्थापना को लेकर बड़े कदम नहीं उठा रहे हैं. जिसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमराई हुईं हैं. वहीं डॉक्टरों की कमी के कारण जिला अस्पताल के आईसीयू वार्ड में ताला लटका है . मरीज निजी अस्पतालों में महंगी दरों में इलाज कराने के लिए विवश हैं.
उपस्वास्थ्य केंद्रों का भी बुरा हाल : बेमेतरा में उपस्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में भी डॉक्टरों की कमी है. जहां केवल टीकाकरण कार्य संपादित होते नजर आ रहे हैं. वहीं डॉक्टरों की कमी के कारण ग्रामीणों को इलाज कराने अभी जिला मुख्यालय पर ही निर्भर होना पड़ता है. खंडसरा परिक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम धनगांव में एक आरएमए है. जिसकी चार अन्य गांव में टीकाकरण के लिए ड्यूटी लगाई जाती है. इस वजह से अस्पताल केवल 2 दिन ही संचालित हो पाता है. वहीं ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल केवल टीकाकरण तक ही सीमित हो गए हैं.
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कलेक्टर ने दिया आश्वासन : इस संबंध में बेमेतरा के कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा ने कहा कि '' मैं नवपदस्थ हूं. पूर्व में डॉक्टरों की मांग की गयी होगी. मैंने अभी स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा नहीं की है. मुझे डॉक्टरों के पद रिक्तकता के बारे में जानकारी नहीं है. डॉक्टरों की कमी होगी तो शासन से मांग की जाएगी. जो विशेषज्ञ चाहिए होगा उसे प्राथमिकता से मांग की जाएगी.वहीं एएनएम डीएफ से टॉपप कर डॉक्टर रखने की व्यवस्था की जाएगी.''