बेमेतराः हसदा के किसानों ने 2017-18 में फसल बीमा कराया था. इसके बाद जिले में बारिश न होने के कारण फसल बर्बाद हो गई थी. जिसका मुआवजा उन्हें आज तक नहीं दिया गया है. फसल बीमा की राशि नहीं मिलने से किसान परेशान हैं.
हसदा के किसानों ने बताया कि उन्होंने धान के साथ ही सोयाबीन, चना और गेंहू का बीमा कराया था. इलाके में बारिश न होने और बे-मौसम बरसात के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी बीमा कंपनी को दी, लेकिन तीन साल बाद भी उन्हें इसका मुआवजा नहीं मिला.
दो साल बाद भी नहीं मिली राशि
सेवा सहकारी समीति हसदा के अध्यक्ष प्रकाश वर्मा ने बताया कि 2017-18 में बारिश नहीं होने से क्षेत्र में सूखे की स्थिती बन रही थी. इसे देखते हुए सहकारी समिति के माध्यम से किसानों के खरीफ फसल का बीमा कराया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने किसानों को एक साल बीत जाने के बाद भी राशि नहीं दिया. इस कारण किसान परेशान होकर बीमा कंपनी के खिलाफ शिकायत करने कलेक्टर के पास पहुंचे हैं.
तीन फसलों का बीमा राशि नहीं मिला
किसान टिकेंद्र परघनिया ने बताया कि 3 फसल की बीमा की राशि खाते में नही आई है. इसके लिए 10 नवंबर 2018 को बीमा कंपनी को पत्र लिखकर सूचित किया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है.