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फसल बीमा की राशि के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान - बेमेतरा न्यूज

बीमा कंपनी द्वारा बीमा की राशि नहीं दिए जाने से परेशान किसान अब कलेक्टर से गुहार लगा रहे हैं. किसानों का कहना है कि दो साल पहले उनकी फसल बर्बाद हो गई थी, जिसका मुआवजा बीमा कंपनी ने उन्हें आज तक नहीं दिया है.

फसल बीमा की राशि के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान
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Published : Sep 21, 2019, 3:35 PM IST

बेमेतराः हसदा के किसानों ने 2017-18 में फसल बीमा कराया था. इसके बाद जिले में बारिश न होने के कारण फसल बर्बाद हो गई थी. जिसका मुआवजा उन्हें आज तक नहीं दिया गया है. फसल बीमा की राशि नहीं मिलने से किसान परेशान हैं.

फसल बीमा की राशि के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान

हसदा के किसानों ने बताया कि उन्होंने धान के साथ ही सोयाबीन, चना और गेंहू का बीमा कराया था. इलाके में बारिश न होने और बे-मौसम बरसात के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी बीमा कंपनी को दी, लेकिन तीन साल बाद भी उन्हें इसका मुआवजा नहीं मिला.

दो साल बाद भी नहीं मिली राशि
सेवा सहकारी समीति हसदा के अध्यक्ष प्रकाश वर्मा ने बताया कि 2017-18 में बारिश नहीं होने से क्षेत्र में सूखे की स्थिती बन रही थी. इसे देखते हुए सहकारी समिति के माध्यम से किसानों के खरीफ फसल का बीमा कराया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने किसानों को एक साल बीत जाने के बाद भी राशि नहीं दिया. इस कारण किसान परेशान होकर बीमा कंपनी के खिलाफ शिकायत करने कलेक्टर के पास पहुंचे हैं.

तीन फसलों का बीमा राशि नहीं मिला
किसान टिकेंद्र परघनिया ने बताया कि 3 फसल की बीमा की राशि खाते में नही आई है. इसके लिए 10 नवंबर 2018 को बीमा कंपनी को पत्र लिखकर सूचित किया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है.

बेमेतराः हसदा के किसानों ने 2017-18 में फसल बीमा कराया था. इसके बाद जिले में बारिश न होने के कारण फसल बर्बाद हो गई थी. जिसका मुआवजा उन्हें आज तक नहीं दिया गया है. फसल बीमा की राशि नहीं मिलने से किसान परेशान हैं.

फसल बीमा की राशि के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे किसान

हसदा के किसानों ने बताया कि उन्होंने धान के साथ ही सोयाबीन, चना और गेंहू का बीमा कराया था. इलाके में बारिश न होने और बे-मौसम बरसात के कारण उनकी फसलें बर्बाद हो गई थी, जिसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी बीमा कंपनी को दी, लेकिन तीन साल बाद भी उन्हें इसका मुआवजा नहीं मिला.

दो साल बाद भी नहीं मिली राशि
सेवा सहकारी समीति हसदा के अध्यक्ष प्रकाश वर्मा ने बताया कि 2017-18 में बारिश नहीं होने से क्षेत्र में सूखे की स्थिती बन रही थी. इसे देखते हुए सहकारी समिति के माध्यम से किसानों के खरीफ फसल का बीमा कराया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने किसानों को एक साल बीत जाने के बाद भी राशि नहीं दिया. इस कारण किसान परेशान होकर बीमा कंपनी के खिलाफ शिकायत करने कलेक्टर के पास पहुंचे हैं.

तीन फसलों का बीमा राशि नहीं मिला
किसान टिकेंद्र परघनिया ने बताया कि 3 फसल की बीमा की राशि खाते में नही आई है. इसके लिए 10 नवंबर 2018 को बीमा कंपनी को पत्र लिखकर सूचित किया गया था, लेकिन बीमा कंपनी ने कोई जवाब नहीं दिया है.

Intro:एंकर- जिले में क्षति पूर्ति आँकलन के 1 वर्ष बाद भी किसानों को धान के फसल बीमा क्षति पूर्ति की राशि नही मिली है जिससे परेशान किसान दफ्तरों के चक्कर काट परेशान हो रहे है सेवा सहकारी समिति हसदा के अध्यक्ष सदस्य किसान फसल बीमा की राशि के मांग को लेकर कलेक्टोरेट पहुँचे और गुहार लगाई।Body:सेवा सहकारी समीति हसदा के अध्यक्ष किसान प्रकाश वर्मा ने बताया कि 2017-18 में खरीब फसल बीमा की राशि अब तक मिली है किसान परेशान हो रहे है इसलिए हम सब किसान कलेक्टर से बीमा कंपनी की शिकायत लेकर आये है।
किसान टिकेंद्र परघनिया ने बताया कि विगत 3 फसल की बीमा की राशि खाते में नही आई है जिसके बाद 10 नवंबर2018 को बीमा कंपनी को पत्र लिखकर अवगत कराया गया था जिसके बाद भी कोई जवाब नही दिया गया है ।Conclusion:किसानों ने बताया कि अकाल के बावजूद धान के साथ ही सोयाबीन चना गेंहू के नुकसान के बीमा की राशि नही आई है।
किसानों में प्रकाश वर्मा टिकेंद्र परघनिया रामकुमार राजेश कुमार सहित आसपास के किसान मौजूद थे।
बाईट1-प्रकाश वर्मा अध्यक्ष सेवा सहकारी समिति हसदा
बाईट2-टिकेंद्र परघनिया किसान
बाईट3-राजेश कुमार किसान
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