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बेमेतरा: प्रदेश लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को बिना राशन कार्ड के मिल रहा राशन - बेमेतरा न्यूज

दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ लौटे बेमेतरा के एक मजदूर परिवार के पास राशनकार्ड नहीं था और उनका नाम राशनकार्ड में भी दर्ज नहीं है, लेकिन उन्हें सरकार की ओर से मुक्त में राशन दिया गया है.

Laborers are getting ration
मजदूरों को मिल रहा राशन
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Published : Jun 10, 2020, 6:11 PM IST

बेमेतरा: दूसरे राज्यों से लौटने वाले मजदूर, जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. इसी कड़ी में बेमेतरा के एक मजदूर परिवार को राशन दिया गया है.

Laborers are getting ration
मजदूरों को मिल रहा राशन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश से बेमेतरा की शासकीय उचित मूल्य की दुकान से सिंघौरी निवासी सुनीता यादव के 4 सदस्यीय परिवार को इस योजना के तहत निशुल्क राशन दिया गया है. सुनीता यादव ने एक महीने का 20 किलो चावल और 1 किलो चना उठाया है.

राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद मिला राशन

राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद सुनीता यादव के परिवार को राशन मिला है. राशन मिलने के बाद अब उनके सामने खाने की समस्या नहीं होगी. सुनीता यादव की तरह ही कोई भी प्रवासी श्रमिक या व्यक्ति जिसका नाम किसी अन्य राशनकार्ड में दर्ज नहीं है, वह इस योजना का लाभ ले सकता है.

निशुल्क दिया जाएगा राशन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर लॉकडाउन होने के कारण अन्य राज्यों से वापस छत्तीसगढ़ लौटे ऐसे श्रमिक और व्यक्ति जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं या किसी भी राशनकार्ड में नाम दर्ज नहीं है, उन्हें मई और जून महीने के लिए 5 किलो चावल प्रति व्यक्ति और 1 किलो चना प्रति परिवार की दर से हर महीने निशुल्क दिया जाएगा.

पहचान कर की जा रही ऑनलाइन एंट्री

ऐसे प्रवासी श्रमिकों की पहचान कर ऑनलाइन एंट्री की जा रही है. योजना का लाभ केवल ऐसे प्रवासी श्रमिकों या व्यक्तियों को दिया जाना है, जिनका नाम किसी भी राशन कार्ड में दर्ज नहीं है.

नहीं रहेगी भोजन की समस्या

राज्य सरकार की इस योजना से राज्य की जनता के साथ ही बेमेतरा जिले में इसका लाभ लेने वाले हितग्राहियों के चेहरे खिल उठे हैं. लोगों का कहना है कि इस कोरोना काल की विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली राशन सामग्री से उनके सामने भोजन की समस्या नहीं रहेगी.

बेमेतरा: दूसरे राज्यों से लौटने वाले मजदूर, जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं, उन्हें छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से राशन उपलब्ध कराया जा रहा है. इसी कड़ी में बेमेतरा के एक मजदूर परिवार को राशन दिया गया है.

Laborers are getting ration
मजदूरों को मिल रहा राशन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश से बेमेतरा की शासकीय उचित मूल्य की दुकान से सिंघौरी निवासी सुनीता यादव के 4 सदस्यीय परिवार को इस योजना के तहत निशुल्क राशन दिया गया है. सुनीता यादव ने एक महीने का 20 किलो चावल और 1 किलो चना उठाया है.

राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद मिला राशन

राशनकार्ड नहीं होने के बावजूद सुनीता यादव के परिवार को राशन मिला है. राशन मिलने के बाद अब उनके सामने खाने की समस्या नहीं होगी. सुनीता यादव की तरह ही कोई भी प्रवासी श्रमिक या व्यक्ति जिसका नाम किसी अन्य राशनकार्ड में दर्ज नहीं है, वह इस योजना का लाभ ले सकता है.

निशुल्क दिया जाएगा राशन

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर लॉकडाउन होने के कारण अन्य राज्यों से वापस छत्तीसगढ़ लौटे ऐसे श्रमिक और व्यक्ति जिनके पास राशनकार्ड नहीं हैं या किसी भी राशनकार्ड में नाम दर्ज नहीं है, उन्हें मई और जून महीने के लिए 5 किलो चावल प्रति व्यक्ति और 1 किलो चना प्रति परिवार की दर से हर महीने निशुल्क दिया जाएगा.

पहचान कर की जा रही ऑनलाइन एंट्री

ऐसे प्रवासी श्रमिकों की पहचान कर ऑनलाइन एंट्री की जा रही है. योजना का लाभ केवल ऐसे प्रवासी श्रमिकों या व्यक्तियों को दिया जाना है, जिनका नाम किसी भी राशन कार्ड में दर्ज नहीं है.

नहीं रहेगी भोजन की समस्या

राज्य सरकार की इस योजना से राज्य की जनता के साथ ही बेमेतरा जिले में इसका लाभ लेने वाले हितग्राहियों के चेहरे खिल उठे हैं. लोगों का कहना है कि इस कोरोना काल की विपरीत परिस्थिति में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत राज्य सरकार की ओर से दी जाने वाली राशन सामग्री से उनके सामने भोजन की समस्या नहीं रहेगी.

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