बेमेतरा: जिले के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों किसान आवारा मवेशियों (बदैलीन गाय) से परेशान हैं. मवेशी किसानों की फसल चट कर रहे हैं. स्थिति यह है कि हर गांव में करीब 50 से 100 आवारा मवेशी हैं, जिसे किसान रोज रात में एक गांव से दूसरे गांव छोड़ देते हैं.
क्षेत्र में आवारा मवेशियों की समस्या कोई नई बात नहीं है. पहले भी इसके लिये सड़क जाम कर शासन से मांग की गई थी. जिसके बाद जिले के ग्राम झालम में प्रदेश का पहला गौ अभ्यारण खोला गया था. आज स्थिति यह है कि 50 एकड़ के परिक्षेत्र में फैले अभ्यारण में केवल 150 मवेशी हैं, बाकी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है, जो सरकारी उदासीनता का प्रमाण है.
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आवारा मवेशियों का प्रकोप
ग्राम चंदनु, अंधियारखोर, झाल, खंडसरा, बिजाभाट और कांतेली क्षेत्र के किसान आवारा मवेशियों से परेशान हैं. कई बार शासन, प्रशासन को अवगत कराने के बाद भी कोई हल नहीं निकल पाया है.