बेमेतरा: इन दिनों जिले के किसान खरबूज की खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. गर्मियों में गला तर करने वाले खरबूज की इन दिनों बाजार में भी खूब डिमांड है. ठंडक पहुंचाने वाला ये फल किसानों को भी राहत दे रहा है. इसकी खेती से किसानों को फायदा मिल रहा है.
खरबूज कुल दो महीने की फसल है. साथ ही ये मध्यम पानी, कम पेस्टीसाइड और कम खर्चे वाली फसल है. अंचल का मौसम इस फल के लिए अनुकूल है. जिले के मरका गांव के एक किसान ने बताया कि एक एकड़ की खरबूज की खेती में खर्चा निकालने के बाद उसे लगभग एक लाख तक की बचत हुई है. इससे उत्साहित होकर वो भविष्य में दो एकड़ में खरबूज की खेती करना चाहता है.
गर्मी में बढ़े दाम से हो रहा किसानों को फायदा
गर्मी में बढ़े खरबूज की मांग से बाजार में इसका भाव भी 30 से 35 रुपए किलो है. इससे किसानों को काफी फायदा मिल रहा है. थोक बिक्री की बजाय किसान खुद बाजार में दुकान लगाकर और घूम-घूम कर खरबूज बेच रहे हैं.
ज्यादा पानी से होता है फसलों को नुकसान
खरबूज की खेती कम समय में पूरी हो जाती है. इनके लिए मौसम में अनुकूलता बेहद जरूरी है. इन फसलों को ज्यादा पानी से नुकसान होता है और फसल सड़ कर बर्बाद हो जाते हैं. खरबूज की फसल उत्पादन में सतत निगरानी जरूरी होती है.