बेमेतरा: धान खरीदी में प्रशासन की लचर व्यवस्था लगातार उजागर हो रही है. किसी धान खरीदी केंद्र में टोकन नहीं कट रहे हैं, तो किसी धान खरीदी केंद्र में अब क्षमता से अधिक खरीदी हो गई है, जिससे परिवहन नहीं होने से खरीदी प्रभावित हो रही है. नवागढ़ ब्लॉक के सभी आठ केंद्रों में बारदाना और परिवहन का संकट गहरा गया है. ऐसे में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
बताया जा रहा धान खरीदी केंद्रों का हाल-बेहाल हो गया है. यहां धान खरीदी कर रखने की जगह ही नहीं बची है. फड़ के क्षमता से अधिक की खरीदी की गई है, जिससे कतार में लगे किसानों को टोकन नंबर के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है.
क्षमता से अधिक की खरीदी
नवागढ़ धान खरीदी केंद्र में अब तक 10 हजार 830 क्विंटल धान फड़ में है, जबकि फड़ में 5825 क्विंटल धान रखने की क्षमता है. बता दें कि नवागढ़ ब्लॉक के छिरहा में 10 हजार 499 क्विंटल धान खरीदी की गई है. वहां 9 हजार 400 क्विंटल धान रखने की व्यवस्था है. वहीं अंधियारखोर में 12 हजार 789 क्विंटल धान की खरीदी की गई है, जबकि फड़ में 5 हजार 235 क्विंटल धान रखने की व्यवस्था है. झाल में 10 हजार 151 क्विंटल धान की खरीदी हुई है जहां 2967 रखने की व्यवस्था है. बता दें कि अत्याधिक खरीदी हो जाने के कारण एवं परिवहन नहीं होने से धान खरीदी बंद होने की स्थिति में है.
टोकन कटना हुआ बंद
हालात यह है कि 12 दिसंबर तक के टोकन काट दिए गए हैं और धान खरीदी की जा रही है, जिसके बाद आ रहे किसानों का न टोकन काटे जा रहे हैं न ही उनकी धान खरीदी की जा रही है, जिससे किसान लगातार परेशान हो रहे हैं. हर रोज टोकन के आस में किसान सेवा सहकारी समितियों के चक्कर काटने मजबूर हैं.
किसानों के साथ हो रहा अन्याय: दयाल दास बघेल
वहीं नवागढ़ विधायक गुरुदयाल सिह बंजारे सरकार के वादे के अनुरूप 15 क्विंटल धान प्रति एकड़ खरीदने की बात कर रहे हैं, तो वहीं पूर्व सहकारिता मंत्री दयाल दास बघेल इसे किसानों के साथ अन्याय बता रहे हैं.