बेमेतरा : बेमेतरा जिले में लोगों को आयुर्वेदिक रूप से उपचार मिल सके. इसके लिए शहर और गांव में कुल 27 आयुष औषधालयों का संचालन किया जा रहा है. जिले के बेेमेतरा ब्लॉक में 6 नवागढ़ , 6 बेरला में 7 और साजा में 8 औषधालय है. जिले में एक औषधालय के लिए एक चिकित्सक, एक फार्मसिस्ट और ओपीडीएस और एक सहायक का पद स्वीकृत है. जिसमें से जिले में 27 डॉक्टर के स्वीकृत पद में से 14 कार्यरत हैं. वहीं 13 पद रिक्त हैं. फार्मासिस्ट के 27 पद में से 24 में कार्यरत हैं. वहीं औषधालय सहायक के 27 पद में से 15 में स्टाफ है. वहीं 12 में पद रिक्त है. ओपीडीएस के 27 पद में 23 में स्टाफ है वहीं 4 पद रिक्त है.
एक डॉक्टर के पास दो जिलों का प्रभार : जिले में एक डॉक्टरों के पास दो से तीन औषधालय का प्रभार है. घुरसेना में डॉ. प्रदीप के पास खेड़ा कुंरा का प्रभार है. मउ में पदस्थ डॉ. प्रकाश के पास छिरहा और पेंडीतराई का प्रभार, खाती के डॉक्टर पंकज दुबे के पास खैरझिटीकला का प्रभार, बोरतरा के डॉक्टर अनूप के पास परपोड़ी, बेलतरा का अतिरिक्त प्रभार है.धनौरा में भोजराम देवांगन बदनारा का प्रभार है. जिले में बेरला व बेमेतरा ब्लाक में आयुर्वेद डाक्टर पर्याप्त है. वहीं साजा और नवागढ़ ब्लॉक में कमी है. वहीं प्रभारियों के भरोसे अस्पताल का संचालन किया जा रहा है.
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जिले में आयुर्वेद डॉक्टरों की मांग : बेमेतरा जिला के आयुर्वेदिक अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता राकेश तिवारी ने कहा कि ''डॉक्टरों की कमी राज्य सरकार के नाकामी का परिणाम है. सरकार गोबर खरीदी और गौठान के साथ अस्पताल में भी ध्यान दें. बेमेतरा जैसे संवेदनशील जगह में डॉक्टर की व्यवस्था नहीं होना राज्य सरकार की नाकामी का परिणाम है. सरकार तत्काल बेमेतरा जिला में डॉक्टरों की भर्ती करें जिससे लोगों को इसका लाभ मिल सके.''
वहीं कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला ने कहा कि ''आयुष विभाग में डॉक्टर की कमी है. इस संबंध में आयुष विभाग को अवगत कराया गया है. यहां डॉक्टर की व्यवस्था की जाय हम शासन से नियमित संपर्क में है.'' जल्द ही इस समस्या का समाधान कर लने का दावा जिला प्रशासन कर रहा है. अब देखना होगा कि इस मसले का समाधान कब तक हो पाता है.