बेमेतरा: जलशक्ति मंत्रालय भारत सरकार ने बेमेतरा को स्वच्छता के क्षेत्र में ऑल परफॉर्मेंस अवॉर्ड दिया है. जिला कार्यालय से जानकारी के मुताबिक, गुरुवार की शाम केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने वर्चुअल रूप से यह पुरस्कार जिले के कलेक्टर शिव अनंत तायल और जिला पंचायत सीईओ रीता यादव को दिया है.
4 हजार 92 स्वच्छताग्राही सक्रिय
केंद्रीय योजना के तहत चलाए जा रहे स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अभियान के तहत ओडीएफ जिला को स्थायित्व देने के लिए ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर लगातार काम किया जा रहा है. जिले में स्वच्छता को लेकर किए जा रहे कार्यों को स्थायित्व प्रदान करने के लिए ग्राम स्तर पर सभी गांव में 4 हजार 96 स्वच्छताग्राही कार्यरत हैं, जो घर-घर जाकर ग्रामीणों को शौचालय के नियमित उपयोग की जानकारी दे रहे हैं और उन्हें प्रेरित कर रहे हैं. साथ ही घरों से रोजाना निकलने वाले कचरे के निपटान के लिए गीला और सूखा कचरा अलग-अलग रखने, मासिक धर्म के दौरान उचित सफाई रखने और कोरोना काल के दौरान बचाव के लिए जरूरी सावधानी अपनाने के लिए जागरूक करने में सक्रिय हैं. इसके मद्देनजर जिले के ग्रामीण क्षेत्र में किए जा रहे स्वछता कार्य के लिए लगातार दूसरी बार पुरस्कृत होने का गौरव मिला है.
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12 हजार 821 एलओबी और 440 एनओएलबी शौचालय का हुआ निर्माण
बेमेतरा जिले को ओडीएफ स्थायित्व देने के लिए 12,821 एलओबी यानी सर्वे से छूटे परिवार के लिए शौचालय निर्माण पूरा कराया गया है. वहीं बेस लाइन सर्वे एनओएलबी 440 शौचालय का निर्माण कराया गया है. 2019-20 में 84 पंचायतों में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया गया है.
दूसरी बार मिला स्वच्छता पुरस्कार
सरपंच संवाद और पुरस्कार कार्यक्रम में देश के कुल 20 जिलों को यह स्वच्छता पुरस्कार प्रदान किया गया है. बेमेतरा जिले को ऑनलाइन रिकॉर्ड मॉनिटरिंग करने के बाद राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में किये जा रहे स्वच्छता कार्य के लिए लगातार दूसरी बार बेमेतरा जिले को पुरस्कृत किया गया है. इससे पहले तत्कालीन कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी और जिला पंचायत सीईओ प्रकाश सर्वे को यह पुरस्कार मिला था.