बेमेतरा: जिले के परपोड़ी स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ गर्भवती नर्स की मौत के मामले में नया मोड़ आया है. कलेक्टर शिव अनंत तायल ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं. साजा की एसडीएम रश्मि ठाकुर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर कलेक्टर को सौंपना होगा. परपोड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एएनएम दुलारी बाई ढीमर की कोरोना संक्रमण से मौत हो गई थी. परिजनों ने नर्स को छुट्टी नहीं मिलने का आरोप लगाया था. कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा है कि एसडीएम साजा एक सप्ताह में जांच कर प्रतिवेदन कलेक्टर कार्यालय में भेजना सुनिश्चित करें.
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क्या है पूरा मामला ?
स्वास्थ्य कर्मचारी दुलारी ढीमर जिले के साजा ब्लॉक मुख्यालय के अंतर्गत परपोड़ी शासकीय अस्पताल में पदस्थ थी. इनकी मौत 26 अप्रैल को कोरोना से संक्रमित होने के कारण एम्स में हो गई थी. मृतका साजा ब्लॉक के परपोड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एएनएम के पद पर 2 साल से काम कर रही थीं. उसकी 3 साल की एक छोटी बच्ची भी है. एएनएम 8 माह की गर्भवती थी. परिजनों का आरोप था कि गर्भवती होने के बाद भी उसे अवकाश नहीं मिला. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्होंने कोरोना जांच कराई, जिसमें टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव निकली. उसे 17 अप्रैल को बुखार आने पर परिवार वालों ने बेमेतरा जिला अस्पताल में भर्ती कराया था. उसका ऑक्सीजन लेवल 70 पहुंच गया था. जिसके बाद एएनएम को एम्स में शिफ्ट किया गया. जहां इलाज के दौरान 26 अप्रैल को उसकी मौत हो गई.
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आखिर क्यों उठी जांच की मांग ?
राज्य शासन में सरकारी महिला कर्मचारी को 6 महीने का मातृत्व अवकाश देने का प्रावधान है. परिवार वाले जहां छुट्टी नहीं देने की बात कह रहे हैं, वहीं साजा बीएमओ अवकाश के लिए कोई आवेदन प्राप्त नहीं होने की बात कह रहे हैं. परिजनों ने फ्रंट लाइन वर्कर होने के बाद भी नर्स को उचित इलाज नहीं मिलने की बात कही थी. साथ ही प्रदेश स्वास्थ्य संगठन ने भी मामले को लेकर आवाज उठाई थी. अब कलेक्टर ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं.