बेमेतरा: मौसम में हो रहे लगातार बदलाव और खान-पान में की वजह से लोगों को बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. जिला अस्पताल में आए दिन एनीमिया पीड़ितों की संख्या बढ़ने लगी है. जांच में लगभग 42 फीसदी लोग एनीमिया से पीड़ित पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग ने 594 गांव में शिविर लगाकर 27 हजार 686 लोगों के रक्त की जांच की. जिसमें 6775 मरीजों में खून की कमी पाई गई, जो एनीमिया के लक्षण हैं. एनीमिया का मुख्य कारण खानपान में लापरवाही बरतना है.
चिड़चिड़ापन, दस्त है लक्षण
वहीं लंबे समय से बुखार आना, बार-बार संक्रमण एवं त्वचा पर चकत्ते बनना, ये सब एनीमिया के लक्षण हैं. वहीं मरीजों में चिड़चिड़ापन आना और जीभ चिकना हो जाना. हाथ-पैरों में दर्द, सूजन और थकान दिखने लगता है.
फास्ट फूड से खतरा
CMHO डॉ. एसके शर्मा ने बताया कि खान-पान में आए बदलाव और मौसम में बदलाव के कारण लगातार खाने-पीनें में वापरवाही के कारण एनीमिया का खतरा बना रहता है. वहीं शरीर में खून की मात्रा कम हो जाती है और इस प्रकार के मरीजों में खून की कमी हो जाती है.