बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. सरकार के खिलाफ अब एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने भी मोर्चा खोल दिया है. ABVP के कार्यकर्ताओं ने शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में रहे विलंब के विरोध में नारेबाजी की. साथ ही बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर शिवअनंत तायल को ज्ञापन सौंपा है. इसके अलावा जल्द ही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को पूरी करने की मांग की है.
इस दौरान एबीवीपी पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश में नियमित शिक्षकों की आवश्यकता लंबे समय से देखी जा रही है. शिक्षक भर्ती 2019 का विज्ञापन आने के बाद एक आशा की किरण जगी थी, लेकिन विज्ञापन के बाद 17 महीने और चयनित अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के बाद 8 महीने बीत गए हैं, जिसके बाद भी नवीन पदस्थापना नहीं हो सकी है. जिसके कारण सभी 14 हजार 580 अभ्यर्थियों की चिंता बढ़ गई है.
बेरोजगार युवाओं का भविष्य अंधकार में दिख रहा
एबीवीपी के सह संयोजक मनोज वैष्णव ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी है. शिक्षकों की भर्ती न होने के कारण शिक्षित युवा जो शासन के मापदंड के अनुसार शिक्षक के पात्र हैं, जो बेरोजगार घूम रहे हैं. अब उन युवाओं का भविष्य अंधकार में दिख रहा है. मांग पूरा न होने पर विद्यार्थी परिषद आंदोलन करेगी.
विकासखंड में सांकेतिक धरना प्रदर्शन करने की तैयारी
जिला संयोजक हिमांशु सिंह राजपूत ने कहा कि लेक्चरर भर्ती परीक्षा के परिणामों की व्याख्या 30 सितंबर को खत्म होने से पहले पदस्थापना क्यों नहीं किया रहा है. विद्यार्थी परिषद ने कहा कि पदस्थापना संबंधी प्रक्रिया को आगे न बढ़ाने पर परिषद 28 अगस्त को प्रदेश के सभी विकासखंड में सांकेतिक धरना प्रदर्शन करेगी. इस दौरान दंतेश्वरी साहू, नगर मंत्री राजा शैलेंद्र चंद्राकर, नगर उपाध्यक्ष चंद्रभान, रौनक चावला, नगर सह मंत्री प्रिया, डेहरिया बलदाऊ समेत कई लोग मौजूद रहे.