बेमेतरा: छत्तीसगढ़ सरकार वैश्विक महामारी कोविड 19 के कारण स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को सूखा राशन वितरित कर रही है. सूखा राशन वितरण करने की जवाबदेही शिक्षकों को दी गई है. बेमेतरा जिले में कम और घटिया क्वॉलिटी के राशन वितरण की शिकायत बच्चों के पालकों ने कलेक्टर से की थी, जिसके बाद थानखम्हरिया के 3 शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी निलंबित कर दिया है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाले सभी बच्चों को 4 किलोग्राम चावल और 800 ग्राम दाल विरतण करने के आदेश दिए हैं. वहीं माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को 6 किलो चावल और 1200 ग्राम दाल वितरण के आदेश दिए हैं, लेकिन थानखम्हरिया के शिक्षकों ने कम राशन और घटिया क्वॉलिटी के दाल का वितरण किया था. इसकी शिकायत पालकों ने कलेक्टर शिव अनंत तायल से की थी, जिसके बाद कलेक्टर ने शिक्षा विभाग को मामले की जांच करने के निर्देश दिए. जांच कराए जाने पर शिकायत सही पाई गई, जिसके बाद शिक्षकों पर निलंबन की कार्रवाई की गई है.
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मामले में शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला थानखम्हरिया के प्रधान पाठक नारायण सिंह ठाकुर, शासकीय कन्या प्राथमिक शाला थानखम्हरिया के प्रधान पाठक जगदीश राम देवांगन और शासकीय बालक प्राथमिक शाला थानखम्हरिया के प्रधान पाठक राजेन्द्र प्रसाद शर्मा पर निलंबन की कार्रवाई की गई है. यह कार्रवाई मध्याह्न भोजन के अंतर्गत सूखा राशन वितरण में अनियमितता पाए जाने पर की गई है. तीनों शिक्षकों को सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 03 के उल्लंघन करने पर निलंबित किया गया है.