जगदलपुरः बकावंड ब्लॉक के ग्राम पिठापुर में सार्वजनिक नल का दूषित पानी पीने से 60 से ज्यादा ग्रामीण गंभीर बीमारी का शिकार हो गए. साथ ही दो ग्रामीणों की मौत हो गई है. इस वजह से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है. बताया जा रहा है कि बीमार होने वाले ग्रामीणों में महिलाए और बच्चों की संख्या अधिक है.
बीमार ग्रामीणों का उपचार डिमरापाल अस्पताल में किया जा रहा है. इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से स्थानीय स्तर पर कैंप लगाकर इलाज किया जा रहा है.
ग्रामीण हुए उल्टी-दस्त का शिकार
जानकारी के मुताबिक बकावंड ब्लॉक के पिठापुर गांव में पिछले दो-तीन दिनों से उल्टी दस्त से ग्रामीणों की हालत बिगड़ने लगी है. जिसके बाद सरपंच ने इसकी सूचना संबंधित स्वास्थ्य केंद्र को दी. बताया जा रहा कि गांव वाले एक हैंडपंप के पानी का उपयोग पीने के लिए कर रहे थे, पानी पीने के बाद ग्रामीणों में उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी. बीमार ग्रामीणों को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जा रहा है.
पेयजल के अन्य साधन नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में हैंडपंप के अलावा अन्य कोई साधन नहीं है, जिसके कारण गांववाले पीने और अन्य चीजों के लिए हैंडपंप के पानी का इस्तेमाल करते हैं. जिले के स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक फिलहाल मरीजों की स्थिति काबू में है. और हैंडपंप को सील कर दिया गया है.
जोगी ने सरकार पर किया हमला
जेसीसीजे सुप्रिमों अजीत जोगी ने इस घटना से हुई दो ग्रामीणों की मौत पर दुःख जताया है. साथ ही सरकार पर दूरस्थ वनांचल इलाके में पीने का शुद्ध पानी मुहैया नहीं कराए जाने को शर्मनाक बताया है.