जगदलपुर: एनएमडीसी प्लांट में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह में से कोतवाली पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से ठगी के 7 लाख 50 हजार रुपये और एक स्कार्पियो गाड़ी के साथ पासबुक और चेक बरामद किया गया है. इससे पहले कोतवाली पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया था. केस में एक महिला आरोपी फरार बताई जा रही है. फिलहाल पुलिस इन दो गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ 420 और अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है.
जगदलपुर सीएसपी हेमसागर सिदार के मुताबिक, जगदलपुर शहर के आसपास के कुल 12 लोगों से एनएमडीसी स्टील प्लांट में नौकरी दिलाने के नाम पर 49 लाख रुपए की ठगी की गई थी. जिसकी शिकायत पीड़ितों ने पुलिस से की थी. शिकायत के आधार पर पुलिस ने इस गिरोह की पतासाजी करना शुरू कर दी थी. सीएसपी ने बताया कि जगदलपुर और दंतेवाड़ा के बचेली के रहने वाले 4 आरोपी जिसमें से नवीन चौधरी, नरेंद्र चौधरी, संजय दयाल और किरण ओगरे ठगी गिरोह में शामिल थी. चारों आरोपी एनएमडीसी (NMDC) में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी करते थे.
महिला ने ग्रामीणों के नाम पर निकाले लाखों रुपये, 70 से ज्यादा लोग ठगी का शिकार
आरोपियों से साढ़े 7 लाख रुपये बरामद
शिकायत मिलने के बाद पुलिस इन आरोपियों की पतासाजी में जुटी थी और कुछ महीने पहले ही पुलिस ने नवीन चौधरी को गिरफ्तार किया था. नवीन की गिरफ्तारी के बाद सोमवार को इस गिरोह के अन्य दो आरोपी नरेंद्र चौधरी और संजय दयाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इन दोनों आरोपियों के पास से ठगी के 7 लाख 50 हजार रुपये नकद और एक स्कार्पियो वाहन समेत पासबुक और चेक के साथ प्रिंटर भी बरामद किया है.
लंबे समय से सक्रिय है ये गिरोह
सीएसपी ने बताया कि यह गिरोह काफी लंबे समय से पूरे छत्तीसगढ़ में सक्रिय है. उन्होंने अबतक कुल 119 लोगों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे 3 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ऐंठ ली है. जिसमें बस्तर जिले के 12 लोग हैं. जिन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराया था जिनसे आरोपियों ने 49 लाख रुपए ठगी कर ली थी. फिलहाल पुलिस इन दोनों आरोपियों को भी रिमांड पर लेकर जेल भेजने की तैयारी कर रही है. वहीं एक अन्य आरोपी किरण ओगरे जो कि एक महिला है और शासकीय कर्मचारी भी है, उसकी पतासाजी में पुलिस जुट गई है. पुलिस उसे भी जल्द गिरफ्तार करने का दावा कर रही है. इसके अलावा इस पूरे ठगी के मामले में एनएमडीसी अधिकारियों की भी मिलीभगत की बात सामने आ रही है. जिसपर सीएसपी ने जांच करने की बात कही है.