जगदलपुर: जिला प्रशासन के साथ स्थानीय जनता लंबे समय से शहर के ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर को बचाने का प्रयास कर रही है. इस ऐतिहासिक तालाब के संवर्धन के लिए शहर के इंद्रावती बचाओ मंच की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. शनिवार को स्थानीय जनप्रतिनिधि, बस्तर कलेक्टर, एसपी और आईजी समेत इंद्रावती बचाओ मंच के लोगों ने दलपत सागर के एक ओर 101 पौधे लगाए और उसको बचाए रखने की शपथ ली.
कार्यक्रम के दौरान बस्तर कलेक्टर और एसपी ने साइकिल चलाकर इस पूरे तालाब का दौरा किया और जल्द ही इस तालाब के संवर्धन के लिए और भी प्रयास करने की बात कही. स्थानीय लोगों के साथ-साथ निगम प्रशासन लगातार दलपत सागर को बचाने और तालाब से जलकुंभी को खत्म करने की कोशिश कर रहा है. अब इस दलपत सागर के जीर्णोद्धार का बीड़ा शहर के इंद्रावती बचाओ मंच के सदस्यों ने उठाया है. जिसमें तालाब के किनारे पीपल, बरगद , कटहल और फूलर का पौधा लगाया गया. जिससे तालाब का संरक्षण हो सके और ऐतिहासिक धरोहर दलपत सागर को दोबारा उसके मूल स्वरूप में लाया जा सके.
बस्तर के ऐतिहासिक दलपत सागर तालाब का होगा कायाकल्प, हैदराबाद से मंगाई गई विशेष मशीन
101 पौधों का रोपण
मंच के सदस्यों के साथ जगदलपुर के स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारियों ने तालाब के एक ओर "आमचो इंद्रावती कठा लगाऊ बूटा" के तहत तालाब के किनारे पौधरोपण किया और 101 पौधे लगाए.
रविवार को भी लगाए जांएगे पौधे
इंद्रावती बचाओ मंच के सदस्य संपत झा ने बताया कि तालाब के एक ओर 101 पौधे लगाए गए हैं. वहीं रविवार से तालाब के चारों ओर पीपल, बरगद, कटहल और फूलर का पेड़ लगाया जाएगा. जिसमें शहर के सभी गणमान्य नागरिक और इंद्रावती बचाओ मंच के सदस्य मौजूद रहेंगे. उन्होंने बताया कि इंद्रावती बचाओ मंच का मुख्य उद्देश्य दलपत सागर को मूल स्वरूप में लाना है और इस ऐतिहासिक तालाब का जीर्णोद्धार किया जाना है.