जगदलपुरः केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की संयुक्त सचिव और आकांक्षी जिला बस्तर की प्रभारी रिचा शर्मा दो दिवसीय प्रवास पर जगदलपुर पहुंची. उन्होंने गुरुवार को कलेक्ट्रेट में सभी विभाग के अधिकारियों की बैठक ली.
इसमें बस्तर में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लिया. बैठक में रिचा शर्मा ने कहा कि नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों में कृषि, शिक्षा, सिंचाई और स्वास्थ्य विभागों के ज्यादातर सूचकांक शामिल हैं. यदि इनको बेहतर बना लिया जाए तो नीति आयोग में बस्तर जिले की रैंकिंग बेहतर हो सकती है.
बस्तर को बेहतर रैंकिंग में लाने के लिए दिए टिप्स
संयुक्त सचिव रिचा ने बैठक में सबसे पहले कृषि और उद्यानिकी विभाग के कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान बस्तर के कलेक्टर ने संयुक्त सचिव को जिले में चल रहे हैं विभाग के अंतर्गत कार्यों की जानकारी दी. संयुक्त सचिव ने अन्य विभाग के एक-एक कार्यों की समीक्षा करने के साथ नीति आयोग के सूचकांक में बस्तर को बेहतर रैंकिंग में लाने के लिए किस तरह विभाग के अधिकारी काम करे इसके टिप्स अधिकारियों को दिए.
DMF फंड से किया शिक्षकों की भर्ती
बस्तर कलेक्टर ने बस्तर में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे हैं विभिन्न कार्यों की जानकारी दी. कलेक्टर ने संयुक्त सचिव को बताया कि पांचवीं से छठवीं में जाने वाले बच्चों की संख्या 99 फीसदी है. जबकि मिडिल से सेकंडरी स्कूल में जाने वाले बच्चों की संख्या 83 फीसदी है. इसके अलावा कलेक्टर ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए DMF फंड से 107 शिक्षकों की भर्ती की गई है.
बीईओ ऑफिस की प्रशंसा
कलेक्ट्रेट में बैठक लेने के बाद संयुक्त सचिव रिचा शर्मा ने शहर के बीईओ कार्यालय का निरीक्षण किया. दरअसल ऑफिस योजना के तहत इस बीईओ कार्यालय में बुनियादी सुविधाओं और साज-सज्जा के लिए इसे प्रथम स्थान मिला है. इसका निरीक्षण करने के लिए संयुक्त सचिव कार्यलय पहुंची. सौंदर्य रंगरोगन, स्वच्छता और बागवानी की प्रशंसा की.