जगदलपुर : बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा छाया हुआ है. एक तरफ भाजपा धर्मांतरण के विरोध में बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में रैली निकालकर इसका विरोध कर रही है. वहीं धर्मांतरण को लेकर दोनों ही राजनीतिक दलों के नेता एक-दूसरे पर आरोप मढ़ रहे हैं. बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (bhupesh baghel) के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (raman singh) ने भी पलटवार कर दिया है. दरअसल, सीएम भूपेश बघेल ने धर्मांतरण के सवाल पर कहा कि पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा चर्च बीजेपी के शासन काल में बना है. अब रैली निकालकर भाजपा धर्मांतरण का विरोध करने का ढकोसला कर रही है. भाजपा के शासनकाल में केवल ग्रामीण क्षेत्र ही नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी बहुत चर्च बनाए गए और आज भाजपा धर्मांतरण का विरोध कर रही है.
बोले रमन-सदन में कभी चर्चा तक नहीं की
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि यदि भूपेश बघेल को इसकी जानकारी 15 सालों तक थी, तो कभी उस मुद्दे को उठाया क्यों नहीं. जब विपक्ष में बैठे थे और हम सत्ता में थे, उन्होंने कभी सदन में इस मामले पर चर्चा तक नहीं की. हमने तो विधानसभा में प्रस्ताव लाया और इस मामले को लेकर बहस भी की. धर्मांतरण के विरोध में बात की. कभी भी धर्मांतरण के विरोध में उन्होंने एक शब्द नहीं कहा. आज उनके मन में आ रहा है और कम से कम ये भावना तो जागृत हुई है. रमन सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इन सारे मुद्दों में नजर रखी हुई है.
भूपेश ने कहा था-बीजेपी के शासन काल में बने हैं सबसे ज्यादा 'चर्च'
इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बुधवार को मध्य प्रदेश के अमरकंटक के लिए रवाना हुए. सीएम ने दौरे को लेकर कहा कि मैं राजमेयगढ़ जा रहा हूं. वह ऐतिहासिक महत्त्व की भूमि है, हमारे लिए भी महत्वपूर्ण जगह है. उन्होंने बताया कि यह दो दिन का दौरा रहेगा. अमरकंटक रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि भाजपा के चिंतन शिविर में 15 साल के 'कुशासन' की चर्चा हो रही है. उस शिविर में रमन सिंह को घेरा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा 'चर्च' बीजेपी के शासन काल में बने हैं. हम सर्वधर्म समभाव वाले लोग हैं. जहां जिस समुदाय की संख्या ज्यादा होगी, वहां उनके धार्मिक स्थल बनाए जाते हैं.
चुनाव में बड़ा मुद्दा होगा धर्मांतरण
गौरतलब है कि इससे पहले भी प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भी धर्मांतरण के सवाल पर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी शासन काल में बड़ी संख्या में चर्च बने और कांग्रेस के शासनकाल में उनके विधानसभा क्षेत्र में एक भी चर्च नहीं बना. माना जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बस्तर के साथ-साथ पूरे प्रदेश में धर्मांतरण भाजपा के लिए बड़ा मुद्दा होगा. अब देखना होगा कि कांग्रेस भाजपा के इस अहम मुद्दे का तोड़ कैसे निकाल पाती है.