जगदलपुर: बस्तर में जुलाई महीने में शुरू हुई हरित क्रांति योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है. पौधरोपण योजना के तहत खरीदा गया ट्री-गार्ड रख-रखाव के अभाव में कबाड़ में तब्दील हो गया है. ETV भारत ने इस खबर को प्रमुखता से उठाई और खबर का असर देखने को मिला. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बस्तर एसडीएम को आदेश जारी किया है. कलेक्टर ने 7 दिनों के अंदर अव्यवस्थित तरीके से फेंके गए ट्री-गार्ड के संबंध में जानकारी मांगी है.
दरअसल, बस्तर ब्लॉक के घाट लोहंगा गांव के पास नेशनल हाईवे में मनरेगा के तहत स्वसहायता समूह ट्री गार्ड बना रहा है, जिसे सड़क किनारे फेंक दिया गया था. लाखों रुपए की लागत से खरीदे गए ट्री-गार्ड बरसात में भीग कर पूरी तरह से खराब हो गए. इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों ने एक बार फिर से इसे बना लेने या नए ट्री-गार्ड खरीदने की बात कही और शासन के लाखों रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई.
कई ट्री-गार्ड बरसात में भीग कर हुए खराब
ETV भारत ने जब प्रमुखता से यह खबर दिखाई, तो खुद कलेक्टर ने वृक्षारोपण के तहत 450 रुपए प्रति नग के हिसाब से खरीदे गए इन ट्री-गार्ड की जानकारी ली. तब पता चला कि कई ट्री-गार्ड बरसात में भीग कर खराब हो गए हैं, जो अब उपयोग में नहीं रहे.
कलेक्टर ने SDM से मांगा जवाब
इस लापरवाही के लिए बस्तर कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बस्तर ब्लॉक के SDM को प्रतिवेदन जारी कर अवस्थित तरीके से रखें ट्री-गार्ड के संबंध में 7 दिनों के अंदर जवाब मांगा है. मामले की जानकारी लगते ही सीईओ ने सड़क किनारे फेंके गए ट्री-गार्ड को पंचायत के लोगों के जरिए लगवाने का काम शुरू कर दिया है. इसके अलावा सड़क किनारे फेंके गए ट्री-गार्ड को वहां से उठाकर व्यवस्थित तरीके से रखने का काम किया जा रहा है.