बस्तर: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर के गिरोला में आयोजित सिरहा, गुनिया, मांझी, चालकी सम्मेलन में शामिल हुए. सम्मेलन में पूजा अर्चना के बाद मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों को 133 करोड़ के विकासकार्यों की सौगात दी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आयोजित आम सभा को संबोधित किया. मुख्यमंत्री बघेल ने माटी कला बोर्ड द्वारा संचालित योजना के तहत 25 कुम्हारों को इलेक्ट्रिक चॉक प्रदान किया और मोबाइल ATM वाहन को हरी झंडी दिखाई. मुख्यमंत्री के साथ कांग्रेस के बस्तर प्रभारी और आबकारी मंत्री कवासी लखमा भी बस्तर पहुंचे हैं.
133.61 करोड़ के विकास कार्यों की दी सौगात: मुख्यमंत्री ने गिरौला में कुल 133.61 करोड़ लागत के कुल 98 कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया. उन्होंने इसमें से 68.42 करोड़ लागत के 27 कार्यों का लोकार्पण और 65.18 करोड़ लागत के 71 कार्यों का भूमिपूजन किया है. जिसमें मुख्य तौर पर रूप-बकावण्ड से कोलावल के बीच 26.40 किमी मार्ग के लिए लागत 24.02 करोड़ रुपये की सौगात, कोसारटेडा जलाशय में मछली पालन, दरमा और किलेपाल में 50 सीटर ITI छात्रावास भवन निर्माण आदि शामिल हैं.
सीएम ने मंदिर में की पूजा अर्चना: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर के बकावंड विकासखण्ड के ग्राम गिरौला स्थित मां हिंगलाजिन मंदिर पहुंचे. मुख्यमंत्री ने मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और खुशहाली की कामना की. मुख्यमंत्री के साथ उद्योग मंत्री कवासी लखमा, लोकसभा सांसद दीपक बैज, राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम, बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल और विधायक अनूप नाग भी उपस्थित थे.
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हितग्राहियों को सौंपी गुमटियों की चाबी: मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण में बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास विकास प्राधिकरण मद से निर्मित कराई गई 9 गुमटियों की चाबी हितग्राहियों को सौंपी. प्राधिकरण द्वारा 1-1 लाख रुपए की राशि स्वरोजगार हेतु प्रत्येक हितग्राहियों को स्वीकृत की गई है. इसमें से 90 हजार रुपए की राशि से गुमटी बनाई गई है. पूजन सामग्री दुकान के संचालन के लिए 10 हजार रुपए की राशि हितग्राहियों दी गई है. योजना की हितग्राही मीरा और तिलकबति ने बताया कि "पहले ठेला में पूजन सामग्री बेचते थे, अब गुमटी मिलने से उन्हें काफी सुविधा होगी, स्थाई ठिकाना मिल गया है."