जगदलपुर: 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने अभी से तैयारी करना शुरू कर दी है. प्रदेश की सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी बस्तर संभाग में अपने कार्यकर्ताओं की बैठक समय-समय पर ले रही है. अब बस्तर में पहली बार भारतीय जनता पार्टी चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है. 31 अगस्त से 2 सितंबर तक 3 दिनों का शिविर का आयोजन किया जा रहा है. इस शिविर में प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के पार्टी संगठन के पदाधिकारी मौजूद रहेंगे. आज इसकी तैयारियों को लेकर पूर्व स्कूल शिक्षा मंत्री और भाजपा प्रवक्ता केदार कश्यप ने भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता की.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता केदार कश्यप ने बताया कि 3 दिनों तक चलने वाली चिंतन शिविर में पिछले कार्यों की समीक्षा के साथ आने वाले ढाई साल का एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा. यह प्लान सिर्फ बस्तर जिले या संभाग के लिए नहीं बल्कि पूरे प्रदेश के लिए तैयार होगा. इसी प्लान के सहारे ही प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता हासिल करने का प्रयास भाजपा करेगी.
छत्तीसगढ़ की 2 महिला सांसदों ने प्रदेश की संस्कृति को किया बदनाम: बीजेपी
प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के नेता होंगे शामिल
उन्होंने बताया कि इस चिंतन शिविर की तैयारियों के लिए प्रदेश स्तर के नेता बस्तर का दौरा कर चुके हैं. चिंतन शिविर कार्यक्रम स्थल समेत अन्य तैयारियों का जायजा ले चुके हैं. बीजेपी नेता ने बताया कि तीन दिवसीय चिंतन शिविर में प्रदेश के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के भाजपा के पदाधिकारी भी शामिल होंगे और शिविर में चुनाव की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
बस्तर में पहली बार हो रही इस चिंतन शिविर को लेकर भाजपा तैयारी में जुट है. केदार कश्यप का कहना है कि बस्तर में पहली बार हो रही चिंतन शिविर को लेकर भाजपा के पदाधिकारियों के साथ ही कार्यकर्ताओं में भी उत्साह है. वहीं उन्होंने बताया कि इस चिंतन शिविर में प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, सह प्रभारी नितिन नवीन, प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह, बृजमोहन अग्रवाल, धरमलाल कौशिक, राजेश मूड़त और अन्य नेताओं की पहुंचने की पूरी संभावना है.
भूपेश सरकार पर साधा निशाना
इसके साथ ही प्रदेश और जिला स्तर के सभी बड़े नेता इस शिविर में मौजूद रहेंगे. केदार कश्यप ने राज्य सरकार के विकास कार्यों को लेकर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 15 सालों में जो विकास कार्य भाजपा ने किया है, उसके बाद से प्रदेश सरकार ने एक भी विकास कार्य नहीं किए हैं. उन्होंने भूपेश सरकार पर आरोप लगाया कि बीजेपी के कार्यकाल में बनाए गए सरकारी भवनों का रंग रोगन तक बघेल सरकार तक नहीं कर पाई है.